चीन के साथ झड़प में शहीद होने से पहले पत्नी से कहा था- 'देश पहले, घर बाद में'

Wednesday, Jun 17, 2020 - 01:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पूर्वी लद्दाख में चीन के सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए सेना के जाबांज जवान के. पलानी के गम में तमिलनाडु का दक्षिणी जिला रामनाथपुरम का कदुक्कलुर गांव में शोक में डूबा हुआ है। चालीस वर्षीय पलानी सोमवार को गलवान क्षेत्र में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में शहीद हो गये थे। 

पलानी के परिवार में पत्नी वनति देवी, पुत्र प्रसन्ना (10) तथा आठ वर्षीय पुत्री दिव्या है। वह 18 वर्ष की उम्र में सेना में शामिल हुए थे और उन्होंने 22 साल तक देश की सेवा की। उनके परिवार ने गांव में एक नया घर बनवाया है और तीन जून को उनके जन्मदिन के मौके पर गृह प्रवेश का कार्यक्रम आयोजित हुआ था। गृह प्रवेश में ना पहुंच ना पाने पर जवान ने पत्नी से कहा था उनके लिए देश पहले है, घर बाद में है। 

के पलानी ने अपनी पत्नी को बताया था कि हमें सीमा पर ले जाया जा रहा है, इसलिए अब तुम्हारा मुझसे संपर्क नहीं हो पाएगा... चिंता न करें। शहीद के एक दोस्त ने बताया कि घर बनाना पलानी का सपना था। इसके लिए उन्होंने बैंक से लोन लिया था। उनके पास डाउन पेमेंट नहीं था तो पत्नी के जेवर गिरवी रखे। वह इसी साल सेना से रिटायरमेंट लेना चाहते थे ताकि लोन की रकम चुका सकें और पत्नी के गिरवी रखे जेवर छुड़ा सकें। 

vasudha

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