Barclays का भारत में बड़ा निवेश, 2,300 करोड़ रुपये से कारोबार को मिलेगा बढ़ावा
punjabkesari.in Thursday, Mar 20, 2025 - 03:08 PM (IST)

नेशनल डेस्क। ब्रिटेन के प्रमुख बैंक बार्कलेज ने भारत में अपने निवेश बैंकिंग और निजी बैंकिंग कारोबार में 2,300 करोड़ रुपये (लगभग 210 मिलियन पाउंड) से अधिक की पूंजी डालने की घोषणा की है। इस निवेश से बार्कलेज की भारत में अपनी उपस्थिति और विस्तार को बढ़ावा मिलेगा और बैंक अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को मजबूत कर सकेगा।
बार्कलेज एशिया पैसिफिक के सीईओ जयदीप खन्ना ने इस घोषणा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत की आर्थिक क्षमता अब भी बहुत बड़ी है और यह बार्कलेज के लिए अवसरों का खजाना है। उन्होंने कहा "भारत के लिए हमारा निवेश हमारे ग्राहकों की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने और बैंक की विकास क्षमता को और बढ़ाने में मदद करेगा।"
यह पूंजी निवेश 2021 में किए गए 3,000 करोड़ रुपये (300 मिलियन पाउंड) के निवेश के बाद हुआ है जिससे अब तक भारत में बैंक का कुल निवेश 12,400 करोड़ रुपये (1,100 मिलियन पाउंड) से अधिक हो चुका है। इस नई पूंजी से बार्कलेज को कॉर्पोरेट ग्राहकों, वित्तीय प्रायोजकों और अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ व्यक्तियों (UHNWI) के बीच अपनी पहुंच और व्यापार में विस्तार करने में मदद मिलेगी।
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बार्कलेज ने पिछले 35 वर्षों से भारत में वित्तीय सेवाएं प्रदान की हैं जिनमें एम एंड ए (विलय और अधिग्रहण) सलाह, ऋण पूंजी बाजार, जोखिम प्रबंधन, नकदी और व्यापार सेवाएं शामिल हैं। इसके निजी बैंकिंग विभाग के जरिए बैंक UHNWI और पारिवारिक कार्यालयों को निवेश, ऋण और वित्तीय सलाहकार सेवाएं प्रदान करता है।
बार्कलेज बैंक के सीईओ और भारत में निवेश बैंकिंग प्रमुख प्रमोद कुमार ने कहा कि इस नई पूंजी का निवेश बैंक को एक विश्वसनीय वित्तीय भागीदार के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा खासकर उन क्षेत्रों में जहां उन्हें विकास के महत्वपूर्ण अवसर दिखाई दे रहे हैं।
यह निवेश बैंक की एशिया प्रशांत क्षेत्र में व्यापक विकास रणनीति के अनुरूप है जहां वह 50 साल से अधिक समय से मौजूद है। बार्कलेज विभिन्न एशियाई देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग, जापान, चीन, सिंगापुर और ताइवान में कॉर्पोरेट और संस्थागत ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करता है और उन्हें वैश्विक पूंजी बाजार से जोड़ता है।
इसके अलावा बार्कलेज का ग्लोबल सर्विस सेंटर (BGS) भारत में अपनी विश्वव्यापी ऑपरेशंस को समर्थन देगा और प्रौद्योगिकी, परिचालन और व्यावसायिक समाधान उपलब्ध कराएगा। वहीं बार्कलेज बैंक का यह कदम भारत में उसकी आर्थिक और कारोबारी स्थिति को और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।