''अगर पैगंबर मोहम्मद आज जिंदा होते तो...'': हिंसक प्रदर्शन देख भड़की बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा

Saturday, Jun 11, 2022 - 04:27 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए नूपुर शर्मा के बयान को लेकर एक ओर जहां भारत के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं तो वहीं विदेशों में भी इस बयान की जमकर निंदा हो रही है। इसी बीच बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने नूपुर शर्मा के बयान पर हिंसक प्रदर्शन करने वालों की कड़ी निंदा की है। 

तसलीमा ने नुपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी को लेकर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड सहित देश के कई राज्यों में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद ट्वीट किया। बांग्लादेशी लेखिका ने ट्वीट कर लिखा, 'अगर पैगंबर मोहम्मद आज जिंदा होते तो दुनिया भर में मुस्लिम कट्टरपंथियों का पागलपन देखकर चौंक जाते।'

लेखिका तसलीमा नसरीन ने दो दिन पहले ट्विटर पर लिखा था कि आलोचना से ऊपर कोई नहीं हो सकता, कोई इंसान भी नहीं, कोई संत नहीं, कोई मसीहा नहीं, कोई पैगंबर नहीं, कोई भगवान नहीं। दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए आलोचनात्मक रवैया जरूरी है। तसलीमा नसरीन अपनी किताब "लज्जा" की बांग्लादेश में कड़ी आलोचना के बाद लगभग तीन दशकों से निर्वासन में रह रही हैं। 

बीजेपी नेताओं की पैगंबर पर की गई विवादित टिप्पणी ने लोगों को गुस्से से भर दिया। जिसके बाद दिल्ली की जामा मस्जिद से लेकर प्रयागराज, कलकत्ता तक बवाल हुआ। यूपी के प्रयागराज और सहारनपुर समेत कई जिलों में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा की निलंबित नेता नुपुर शर्मा की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर जुमे की नमाज के बाद लोगों ने नारेबाजी और पथराव किए। इस मामले में पुलिस ने छह जिलों से रात पौने दस बजे तक 136 प्रदर्शनकारी उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। वहीं बीजेपी ने दोनों नेताओं के खिलाफ आंतरिक कार्रवाई करते हुए कि कहा कि उनकी पार्टी किसी भी संप्रदाय या धर्म के अपमान को बढ़ावा नहीं देने का काम नहीं करती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘‘ हमने पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे ट्वीट, टिप्पणियां सरकार के रूख को प्रदर्शित नहीं करती हैं।

rajesh kumar

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