बुखार में नदी तैरकर भारत में दाखिल हुआ बांग्लादेशी, बोला-मेरा कोरोना का इलाज करा दो

Monday, Apr 27, 2020 - 12:53 PM (IST)

नेशनल डेस्कः दुनियाभर के देश कोरोना संंकट से जूझ रहे हैं। कई बड़े-बड़े शक्तिशाली देशों ने कोरोना के सामने घुटने टेक दिए हैं। भारत भी कोरोना से जंग लड़ रहा है। कोरोना के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है, ऐसे में बसें, ट्रेनें सब बंद हैं। लॉकडाउन के बीच बुखार से पीड़ित एक बांग्लादेशी युवक कुशियारा नदी में तैरता हुआ असम की सीमा में दाखिल हो गया। उसने  करीमपुर जिले के मुबारकपुर पहुंचकर गांववालों को बताया कि उसे कोरोना है और इलाज कराने के लिए उसकी मदद करें। युवक की कोरोना वाली बात सुनकर पूरे गांव में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलने पर बीएसएफ के जवानों ने युवक को हिरासत में लिया और बाद में बांग्लादेशी सेना को बुलाकर युवक को सौंप दिया।

 

युवक की पहचान अब्दुल हक के रूप में हुई है, वो बांग्लादेश के सुनामगंज जिले का रहने वाला है और वहां से करीमगंज का मुबारकपुर इलाका महज चार किलोमीटर की दूरी पर है। बीएसएफ के प्रवक्ता और डीआईजी जेसी नायक ने बताया युवक कुशियारा नीद पारकर रविवार सुबह 7.30 बजे भारतीय सीमा में दाखिल हुआ था, तभी गांववालों ने उसे देख लिया और रोक कर पूछा कि वह कौन है। युवक ने बातचीत में बताया कि वह बंग्लादेशी नागरिक है। युवक की सारी बात सुन लोगों ने बीएसएफ को इसकी जानकारी दी।

 

डीआईजी नायक ने बताया कि युवक ने पूछताछ में बताया कि वह कोरोना का इलाज कराने भारत में दाखिल हुआ। हालांकि डीआईजी नायक ने यह स्पष्ट नहीं किया कि युवक को कोरोना था या नहीं। पूछताछ के बाद युवक को बंग्लादेशी पुलिस के हवाले कर दिया गया। वहीं डीआईजी नायक ने बताया कि कुशियारा नदी में मानसून के समय अक्सर बाढ़ आ जाती है लेकिन इस समय पानी का स्तर काफी कम है इसलिए जो तैरना जानता है वो इस नदी को इतने कम स्तर के पानी को पार कर सकता है। युवक जिस रास्ते से भारत में दिखाल हुआ वहां पर फेंसिंग नहीं की गई है।

Seema Sharma

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