अमरनाथ यात्रा के लिए असैन्य वाहनों पर पाबंदी से कश्मीर घाटी में प्रभावित हो रहा है पर्यटन

Monday, Jul 08, 2019 - 12:25 PM (IST)

श्रीनगर :  अमरनाथ यात्रा मार्गों पर असैन्य वाहनों की गतिविधि पर पाबंदी के कारण कश्मीर घाटी में छुट्टियों के मौसम के दौरान पर्यटन को नुकसान पहुंच रहा है। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने यहां पर्यटन विभाग के सचिव रिगजियान सम्फील के साथ बातचीत में यह चिंता व्यक्त की। सचिव ने उन्हें आश्वस्त किया कि इस मुद्दे को हल करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। जम्मू कश्मीर में अधिकारियों ने अमरनाथ श्रद्धालुओं को लेकर जा रहे वाहनों के किसी घटना का शिकार ना होने देने के लिए सुबह दस बजे से दोपहर साढ़े तीन बजे तक साढ़े पांच घंटे के लिए श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के काजीगुंड.नाशरी मार्ग पर असैन्य यातायात पर रोक लगा रखी है। कश्मीर होटल एवं रेस्त्रा मालिक संघ के अध्यक्ष वाहिद मलिक ने बैठक में कहा कि यात्रा की सुरक्षा के नाम पर पर्यटकों को प्रताडि़त किया जा रहा है। सोनमर्ग या पहलगाम की ओर पर्यटकों की निर्बाध आवाजाही मना है। राजमार्ग पर इस पाबंदी का असर उनकी गतिविधि पर भी पड़ रहा है।


एसोसिएशन ऑफ कश्मीर टूर ऑपरेटर्स के मुख्य संरक्षक नाजिर मीर ने कहा कि पाबंदी से पर्यटन प्रभावित हो रहा है और इसका घाटी आने की सोच रहे पर्यटकों पर नकारात्मक असर पड़ा है।  पर्यटन उद्योग के पक्षकारों ने कहा कि घाटी में एक जुलाई को शुरू 45 दिवसीय यात्रा शुरू होने के बाद से तकरीबन ना के बराबर बुकिंग मिली है।  उन्होंने इस मुद्दे को हल करने की मांग की। भद्रवाह विकास प्राधिकरण के सीईओ राजिंदर खजुरिया ने बताया कि घाटी के बजाय पर्यटक जम्मू के ऊंचे इलाकों में जा रहे हैं। डोडा जिले के दर्शनीय शहर भद्रवाह में पिछले 20 दिनों में रिकॉर्ड 2ण्10 लाख पर्यटक आए हैं। पर्यटन विभाग के सचिव ने उन्हें आश्वस्त किया कि यातायात के सुचारू संचालन के लिए कदम उठाए जाएंगे।


इस बीच कुछ हितधारकों ने अवकाश पर्यटकों की पहचान करने और उनकी मदद करने के लिए विभिन्न सुरक्षा जांच बिंदुओं पर पर्यटक पुलिस की तैनाती का भी सुझाव दिया। 
पर्यटन विभाग के सचिव ने उन्हें आश्वासन दिया कि सुगम यातायात प्रबंधन के लिए कदम उठाए जाएंगे। उन्होने पत्रकारों को बताया कि पर्यटन हितधारकों से मुख्य प्रतिक्रिया ट्रैफिक प्रबंधन के मुद्दों के बारे में था क्योंकि यात्रा शुरु हो गई हैं। मैंने उन्हें आश्वासन दिया है कि हम इसका समाधान करेंगे क्योंकि हमारे पास इसके लिए तंत्र हैं। उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा के लिए यातायात एक बुहत ही सुव्यवस्थित यातायात प्रबंधन प्रणाली है और प्रशासन ने तीर्थयात्रियों और अवकाश प्राप्त पर्यटकों के बीच संतुलन बनाए रखा है ताकि उन्हें कठिनाईयों का सामना न करना पड़े। 


उन्होंने कहा कि यात्रा एक प्रक्रिया है और एक घटना नहीं है। हर जगह मिड कोर्स सुधार की आवश्यकता है और हम सुनिश्चित करें कि हमें मिलने वाले फीडबैक के आधार पर ट्रैफिक सुचारु रुप से चले। पीक सीजन में कश्मीर के लिए उच्च हवाई यात्रा के बारे में सचिव ने कहा कि विभाग एयरलाइनों के साथ इस मुद्दे को उठाएगा और उम्मीद जताई कि विमान किराया तर्कसंगत हो जाएगा।  
 

Monika Jamwal

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