आदिवासी कारीगारों के बनाए बांस के पंखे बढ़ाएंगे 15 अगस्त की शोभा, रक्षा मंत्री ने खरीदें

Sunday, Aug 12, 2018 - 04:37 PM (IST)

नई दिल्ली: आदिवासी कारीगरों द्वारा बनाया गया और पेंट किया हुआ बांस का पंखा इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मौजूद अतिविशिष्ट लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र होगा क्योंकि समारोह में शिरकत करने वाले सांसदों, मंत्रियों और अन्य गणमान्य अतिथियों को दिए जाएंगे। रक्षा मंत्रालय ने बांस के बनाए गए ऐसे हजारों पंखे खरीदे हैं। आदिवासी उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के सरकार के मकसद से ऐसा कदम उठाया गया है। केंद्रीय अदिवासी मामलों के मंत्रालय के अधीन आने वाले आदिवासी सहकारिता विपणन विकास परिसंघ (टीआरआईएफईडी) ने बांस के ये पंखों की खेप रक्षा मंत्रालय को अपूर्ति कराई है। रक्षा मंत्रालय ही स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन करता है।

बांस के बने इन पंखों की पेशकश समारोह में मौजूद मंत्रियों, सांसदो और अन्य अतिविशिष्ट लोगों को किएं जाएंगे। टीआरआईएफईडी के प्रबंध निदेशक प्रवीर कृष्ण ने बताया, ‘‘पश्चिम बंगाल के महली आदवासी समुदाय के कलाकारों ने बांस के इन पंखों को बनाया है। इन पंखों पर दोनो तरफ आदिवासी चित्रांकन किया गया है। एक पंखे की कीमत 150 रूपये है और ये पैसे आदिवासी लोगों को मिलेगा।’’ ये पंखे बिक्री के लिए ट्राइब्स इंडिया डाट काम और अमेजन पर उलब्ध है। मध्य प्रदेश के सहारिया आदिवासी समुदाय के लोगों ने रोपे जा सकने वाली राखियों का निर्माण किया है। इसके लिए गैर रसायनिक खाद का उपयोग किया जाता है।

इस रोपी जाने वाली राखी के किट में एक पेंसिल (ल्युपिन के फूल), एक पत्र (टमाटर) और ‘रोली एवं चावल’ के लिए कागज के बाक्स होंगे। इसकी कीमत 120 रुपए है जो ट्राइब्स इंडिया की 42 दूकानों, ट्राइब्स इंडिया डाट काम, अमेजन, स्नैपडील, पेटीएम और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है। रक्षा बंधन के लिए परंपरागत कपड़े भी ट्राइब्स इंडिया की दूकानों तथा ई कामर्स वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।

Seema Sharma

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