दुनियाभर में फिर बजेगा भारत का डंका, अग्नि-5 के बाद अग्नि-6 की तैयारी

Tuesday, Dec 27, 2016 - 06:19 PM (IST)

नई दिल्लीः भारत ने सोमवार को अपनी सबसे मारक और परमाणु क्षमता से युक्त अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) अग्नि-5 मिसाइल का ओडिशा तट से दूर अब्दुल कलाम द्वीप से सफल परीक्षण किया। 17 मीटर लंबी और 50 टन वजनी यह मिसाइल 5,000 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने सें सक्षम है। परीक्षण के बाद इस मिसाइल को स्पेशल फोर्सेस कमांड (एसएफसी) में शामिल करने का रास्ता साफ हो गया है। इस शक्तिशाली मिसाइल की जद में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, इराक, ईरान, इटली  चीन, रूस समेत करीब आधा यूरोप है। 

अग्नि-5 की खास बातें

- 1000 किलो तक वारहेड ले जाने में सक्षम
- 85 फीसदी स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल
- 20 मिनट में लक्ष्य पर हिट कर सकती है
- अग्नि सीरीज की सबसे आधुनिक मिसाइल
- तीन चरणों और सतह से सतह तक मार करने में सक्षम
- नेवीगेशन, गाइडेंस, वारहेड और इंजन से जुड़ी नई तकनीकें शामिल
- मिसाइल को आसानी से डिटेक्ट करना मुश्किल
- आरआईएनएस और माइक्रो नेविगेशन सिस्टम के कारण सटीक निशाने में सक्षम
- एक साथ कई लक्ष्यों पर निशाना लगाने की क्षमता
- एक साथ छोड़े जा सकते हैं कई परमाणु वारहेड। 
- एक बार छोड़ने के बाद रुकना नामुमकिन

दुनिया के 5 प्रमुख देशों में भारत शामिल 
अग्नि-5 के सफल परीक्षण के साथ ही भारत दुनिया के पांच शक्तिशाली देशों में शुमार हो गया है। परमाणु युक्त अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) बनाने वाला भारत पांचवां देश है। इससे पहले रूस, अमरीका, फ्रांस और चीन इस तरह की मिसाइल विकसित कर चुके हैं।

ताकत में पाक से आगे 
अग्नि-5 ने भारत और पाकिस्तान के बीच मिसाइल ताकत का फासला और बढ़ा दिया है। भारत पहले ही शक्ति के मामले में पड़ोसी देश से आगे है। अग्नि-5 के अलावा भारत अग्नि-6 की तैयारी में है, जिसकी मारक क्षमता 10,000 किलोमीटर तक होगी। 

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