संकष्टी चतुर्थी: अपने बच्चों को खुश देखना चाहते हैं तो राशिनुसार करें ये उपाय

Monday, Aug 19, 2019 - 07:35 AM (IST)

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आज 19 अगस्त भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस रोज श्री गणेश चतुर्थी और बहुला चतुर्थी व्रत किए जाने का विधान है। इस दिन को बहुला चौथ के नाम से भी जाना जाता है। निर्णयसिन्धु के पन्ना नंबर 123 और वर्षकृत्यदीपक के पन्ना नंबर 67 पर लिखा गया है की इस पर्व पर गाय माता को विशेष रुप से सम्मानित किया जाना चाहिए और पकाया हुआ जौ अवश्य खाना चाहिए। श्री गणेश के निमित्त व्रत और पूजा-पाठ अवश्य करना चाहिए क्योंकि चतुर्थी के स्वामी श्री गणेश हैं। सभी राशियों वाले ये उपाय कर सकते हैं। अपनी संतान की सुरक्षा और खुशी के लिये व्रत करें।

चन्द्रमा को अर्घ्य दें।

गाय माता के दूध और उससे बनी वस्तुओं का सेवन न करें।

गेहूं और चावल से बनी चीज़ें भी न खाएं।  

श्री गणेश और गाय माता को जौ और सत्तू का भोग लगाएं।

राशिनुसार करें ये उपाय

मेष- गणेश जी के मंदिर जाएं और उन्हें मोदक या पीली बूंदी के लड्डुओं का भोग लगाएं। मंदिर नहीं जा सकते तो घर में गणेश जी की प्रतिमा या चित्र के सामने प्रणाम करके भोग लगा सकते हैं।

वृष- शाम को गाय और बछड़े को रोटी पर गुड़ रखकर खिलाएं। 

मिथुन- गणेश जी के आगे घी का दीपक लगाकर इस मंत्र का जाप करें- मेधोल्काय स्वाहा। इस मंत्र की कम से कम 11 माला करें।

कर्क- गाय माता को रोटी और मिश्री का भोग लगाएं। 

सिंह- गणेश जी की कपूर से आरती करें और उनके 108 नामों का जाप करें। 

कन्या- गऊशाला में हरा चारा और काला नमक दान करें।

तुला- रात को आंखें नीचे करके चन्द्रमा को अर्घ्य दें।

वृश्चिक- गाय माता को रोली-चावल का टीका लगा कर काला नमक रोटी पर रखकर खिलाएं।

धनु- भगवान गणेश को देसी घी और दुर्वा अर्पित करें।

मकर- घर में गाय माता की प्रतिमा स्थापित करें अन्यथा किसी मंदिर में भेंट करें।

कुंभ- सूर्य ढलने के बाद गणेश जी के इस मंत्र का जाप करें- वक्र तुण्डाय हुं। इस मंत्र का कम से कम 11 हजार जाप करें।

मीन- गेहूं, जौ और चने मिलाकर उबालें। फिर उन्हें ठंडा करने के बाद गाय माता को अपने हाथों से खिलाएं।

Niyati Bhandari

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