छत्तीसगढ़: मंत्रिमंडल के विस्तार के साथ ही बघेल की बढ़ी मुश्किलें, पार्टी में उठे विरोध के सुर

Tuesday, Dec 25, 2018 - 01:04 PM (IST)

रायपुर: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। हालांकि इसके साथ ही कांग्रेस में बगावत के सुर भी देखने को मिले। राजिम विधानसभा सीट से विधायक और कांग्रेस के दिग्गज नेता अमितेश शुक्ला ने मंत्री ना बनाए जाने पर नाराजगी जाहिर की। 


शुक्ला ने कहा कि उनका नेहरू-गांधी परिवार के साथ तीन पीढ़ियों का जुड़ाव है। मैं उनसे हमेशा न्याय की उम्मीद करता हूं। दरअसल शुक्ला ने राजिम सीट से छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। जानकारी के अनुसर वह चुनाव जीतने के बाद से ही दिल्ली में थे और राहुल गांधी, पीएल पुनिया सहित कई बड़े नेताओं से लगातार मुलाकात भी की थी पर बात नहीं बनी और उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। 


बता दें कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज नौ विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में विधायक रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, कवासी लखमा, जय सिंह अग्रवाल, शिव डहरिया, महिला विधायक अनिला भेडिय़ा, रुद्र गुरु, प्रेमसाय सिंह टेकाम और उमेश पटेल ने मंत्री पद की शपथ ली। सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नए मंत्रियों को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि उन्होंने साफ किया था कि उनके मंत्रिमंडल में वरिष्ठ और अनुभवी विधायकों को जगह दी जाएगी। यही कारण है कि पहली बार चुने गए विधायकों को इसमें जगह नहीं दी गई है।

छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीटों पर, भारतीय जनता पार्टी ने 15 सीटों पर तथा पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ :जे: और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन ने सात सीटों पर जीत हासिल की है। मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया, राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

vasudha

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