राजनाथ बोले- बाबर, गौरी के जवाब में हमारी मिसाइलें धैर्य-संतुलन के साथ करती हैं विनाश

Saturday, Aug 03, 2019 - 08:16 PM (IST)

हैदराबादः केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को हैदराबद दौरे पर रहे। इस दौरान यहां उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति से इतर कुछ भी बर्दाश्त नहीं है। संबोधन में उन्होंने कहा, "आतंकवाद के मुद्दे पर कहा कि हम पूरे विश्व को यह समझाने में कामयाब रहे हैं कि आतंकवाद सभी के लिए आतंकवाद होता है। हमने पूरी दुनिया को बता दिया है कि इस मुद्दे पर जीरो टॉलरेंस की नीति के अलावा कुछ भी स्वीकार नहीं होगा।"

सिंह ने कहा, इसके नतीजे सभी के सामने हैं। ऐसे लोग जिन्होंने आतंकवाद को बढ़ने में मदद की, वर्षों तक या परोक्ष रूप से इसका समर्थन किया, अब शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक व्यवस्था में शामिल होना चाहते हैं। वे ऐसे संकेत दे रहे हैं।"  उन्होंने कहा, "जब मिसाइल तकनीक की बात आती है, तो कभी-कभी लोग मिसाइल प्रौद्योगिकी के विकास में देश की आक्रामकता देखना चाहते हैं। हमारे पड़ोसी हमलावरों के नाम पर अपनी मिसाइलों का नाम रखते हैं- बाबर, गौरी, गजनवी मिसाइलें। ऐसे नाम इसलिए रखे गए हैं ताकि पाकिस्तान आक्रामकता दिखा सके।" 

रक्षा मंत्री ने कहा, "भारत में अन्य देशों पर हमला करने के लिए रक्षा बलों को नहीं रखा गया है। हमारी सेनाएं क्षेत्रीय, महाद्वीपीय, वैश्विक स्तरों पर शांति और स्थिरता कायम करने के लिए काम करती हैं। यहां मिसाइलों का नाम पृथ्वी, आकाश, अग्नि, त्रिशूल, ब्रह्मोस रखा जाता है। वे संतुलन, धैर्य का आह्वान करते हैं और जरूरत पड़े तो विनाश का भी। 

राजनाथ सिंह ने कहा कि सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण करना और सिर्फ स्वदेशीकरण के जरिए इनकी सभी जरुरतों को पूरा करना सरकार की प्राथमिकता है। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘मैं यह दोहराना चाहुंगा कि सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण हमारी प्राथमिकता है। हम केवल स्वदेशीकरण के जरिए सेना की सभी जरुरतों को पूरा करना चाहते हैं।''
 

 

Yaspal

Advertising