गांधीजी की हत्या से ज्यादा गंभीर है बाबरी मस्जिद ढहाने की घटना : आेवैसी

Wednesday, Apr 19, 2017 - 08:35 PM (IST)

हैदराबाद: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन आेवैसी ने बाबरी मस्जिद ढहाने की घटना को महात्मा गांधी की हत्या से ‘‘ज्यादा गंभीर’’ बताते हुए सुनवाई पूरी होने में देरी की निंदा की। उन्होंने कहा कि वर्ष 1992 में राष्ट्रीय शर्म के लिए जिम्मेदार लोग आज देश चला रहे हैं। हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ने ट्वीट किया कि महात्मा गांधी हत्याकांड की सुनवाई 2 वर्ष में पूरी हुई और बाबरी मस्जिद ढहाने की घटना जो एमके गांधी की हत्या से ज्यादा गंभीर है, उसमें अब तक फैसला नहीं आया है।


आरोपियों को बनाया गया केन्द्रीय मंत्री
उन्होंने कहा कि गांधी जी के हत्यारों को दोषी ठहराकर फांसी पर लटकाया गया और बाबरी कांड के आरोपियों को केन्द्रीय मंत्री बनाया गया, पद्म विभूषण से नवाजा गया, न्याय प्रणाली धीरे चलती है। उन्होंने ये टिप्पणियां एेसे समय कीजब उच्चतम न्यायालय ने बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के मामले में भाजपा के शीर्ष नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती के खिलाफ आपराधिक साजिश का आरेाप बहाल करने के सीबीआई के अनुरोध को स्वीकार किया। आेवैसी ने कहा कि इसमें 24 साल की देरी हुई।


उन्होंने कई ट्वीट कर कहा कि क्या कल्याण सिंह इस्तीफा देकर सुनवाई का सामना करेंगे या राज्यपाल होने के पर्दे के पीछे छिपेंगे, क्या मोदी सरकार न्याय के हित में उन्हें हटाएंगे, मुझे संदेह हैं। आेवैसी ने कहा कि उनको लगता है कि अगर उच्चतम न्यायालय ने कार सेवा की अनुमति नहीं दी होती तो बाबरी मस्जिद नहीं ठहायी जाती और उच्चतम न्यायालय का अभी भी अवमानना याचिका पर सुनवाई करना बाकी है। 

 

 

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