बाबरी विध्वंस की बरसी पर बोले ओवैसी- हम इस नाइंसाफी को कभी नहीं भूलेंगे
Sunday, Dec 06, 2020 - 02:09 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में विवादित ढांचा गिराये जाने की आज 28 वीं बरसी है। इस मौके पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लीमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर एक बार फिर देश में जहर घोलने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि हमें अपनी अाने वाली पीढ़ियों को बताना चाहिए की 400 सालों तक अयोध्या में बाबरी मस्जिद ही खड़ी थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस नाइंसाफी को हमें कभी नहीं भूलना चाहिए।
अयोध्या में 400 साल खड़ी थी हमारी मस्जिद: ओवैसी
ओवैसी ने ट्वीट कर अपने समर्थकों से कहा कि आने वाली पीढ़ियों को याद दिलाएं और उन्हें सिखाएं कि 400 सालों तक अयोध्या में बाबरी मस्जिद खड़ी थी। हमारे पूर्वज इस मस्जिद के हॉल में इबादत करते थे और इसके आंगन में रोजा तोड़ते थे। जब उनकी मौत हो जाती थी तो आस-पास के कब्रिस्तान में उन्हें दफनाया जाता था।
मस्जिद को ध्वस्त करने वालों को नहीं मिली सजा: ओवैसी
AIMIM चीफ ने अगले ट्वीट में लिखा कि 22-23 दिसंबर 1949 की रात को हमारी बाबरी मस्जिद को अपवित्र किया गया और 42 सालों तक अवैध रूप से कब्जे में रखा गया। इस नाइंसाफी को कभी नहीं भूलना चाहिए।आज ही के दिन 1992 में पूरी दुनिया के सामने हमारी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया। इसके लिए जो जिम्मेदार थे उन्हें एक दिन की भी सजा नहीं हुई।
दशकों तक चले विवाद पर लगा विराम
बता दें कि अयोध्या में राम जन्मभूमि को लेकर दशकों तक चले विवाद पर उच्चतम न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले के बाद अब विराम लग गया है और भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है लेकिन यह जान लेना महत्वपूर्ण होगा कि संबंधित स्थल पर बनी बाबरी मस्जिद को 28 बरस पहले कारसेवकों ने छह दिसंबर के दिन गिरा दिया था। उनका मानना था कि यह मस्जिद मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में घटी इस घटना से देश के दो संप्रदायों के बीच दरार और गहरा गई थी। इस घटना के बाद देश के कई इलाकों में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे थे, जिनमें जान और माल का भारी नुकसान हुआ।