सोनिया गांधी के समर्थन में आजाद और आनंद शर्मा, बोले-उम्र व सेहत के चलते बार-बार पूछताछ के लिए बुलाना ठीक नहीं

punjabkesari.in Wednesday, Jul 27, 2022 - 12:05 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने ‘नेशनल हेराल्ड' से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की सोनिया गांधी से पूछताछ के औचित्य को लेकर सवाल खड़े करते हुए बुधवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष की सेहत और उम्र को देखते हुए उन्हें बार-बार पूछताछ के लिए बुलाया जाना उचित नहीं है। पार्टी के ‘G 23' ग्रुप के इन दोनों प्रमुख नेताओं ने यह भी कहा कि जब इसी मामले में राहुल गांधी से पांच दिनों की पूछताछ हो चुकी है तो फिर सोनिया गांधी से पूछताछ का कोई मतलब नहीं है।

 

आजाद ने कहा, ‘‘नेशनल हेराल्ड से जुड़े कौन-से कागजात हैं जिनकी कई वर्षों से जांच की जा रही है? एक समय में यह भी कहा गया था कि इस मामले में कुछ नहीं है। फिर राहुल गांधी से पांच दिनों तक पूछताछ क्यों की गई।'' उन्होंने कहा, ‘‘मेरे समझ में नहीं आया कि जब मामला एक है, परिवार एक है, जब राहुल गांधी से पांच दिन कई घंटों तक पूछताछ की गई, तो फिर उसी मामले में सोनिया जी को बुलाने के लिए क्या जरूरत थी? राहुल जवान हैं, लेकिन सोनिया गांधी की उम्र काफी है, (वह) पिछले कुछ सालों से बीमार भी हैं। एजेंसी का दबाव तो जवान बर्दाश्त नहीं कर सकता।

 

आजाद ने कहा कि इतने वर्षों से संगठन और एक राजनीतिक परिवार में रहने के कारण सोनिया गांधी ने भले ही राजनीतिक जानकारी हासिल की है, लेकिन इन सब तकनीकी बातों के बारे में वह कैसे जानेंगी।'' पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि भारत संवैधानिक लोकतंत्र है, (देश में) कानून का शासन है। इसमें मौलिक अधिकारों के साथ प्रतिष्ठा और निजी स्वतंत्रता का भी सम्मान होना चाहिए। यह बहुत परेशान करने वाला चलन हो गया है कि कानून को हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। लोगों को अपमानित करने के लिए यह इस्तेमाल हो रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए।


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Content Writer

Seema Sharma

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