तोगडिय़ा के हटने से संत समाज दुखी

Monday, Apr 16, 2018 - 05:48 PM (IST)

अयोध्या: अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष एवं सनकादिक आश्रम रामकोट के महंत कन्हैयादास रामायणी ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के कार्यकारी अध्यक्ष पद से प्रवीण भाई तोगडिय़ा के हट जाने से संत समाज दुखी है। अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष ने आज यहां कहा कि तोगडिय़ा को पद से हटाने पर जहां संत समाज उदास और दु:खी है वहीं हम लोग चाहेंगे कि इस पर विश्व हिन्दू परिषद के उच्च अधिकारी एक बार फिर विचार कर लें। उन्होंने कहा कि तोगडिय़ा पूरे देश में राम मंदिर आंदोलन को शिखर तक पहुंचाने वाले विहिप नेता हैं। इस समस्या को सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए जल्द से जल्द सुलझा लिया जायेगा। अध्यक्ष पद पर से हट जाने से सोच में कमी नहीं आती और वह हमेशा राम मंदिर निर्माण के लिए लड़ते रहेंगे। विवादित श्रीरामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद एक संगठन है जिसका चुनाव कब होता है इसकी जानकारी तो नहीं है लेकिन इतनी जरूर जानकारी मिली है कि विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष रहे प्रवीण भाई तोगडिय़ा विहिप और भाजपा के विवाद में आने के बाद इस बार चुनाव कराना पड़ा होगा।   

उन्होंने कहा कि यह विहिप का मामला है। उनके यहां कौन अध्यक्ष बनता है और कौन महामंत्री बनता है हम संतों से कोई लेना देना नहीं है लेकिन इतना जरूर है कि विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष रहे अशोक सिंहल के न रहने से विश्व हिन्दू परिषद कमजोर हो गयी है।  सिंहल और तोगडिय़ा ने हमेशा कठोर व सरल भाषाओं का प्रयोग किया है लेकिन साथ ही साथ हिंदुओं को राम आंदोलन के बारे में जागृत भी किया है। एक प्रश्न के उत्तर में मुय पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि यह बात तो सच है कि कट्टर हिंदुओं की बात करने वाले डा. प्रवीण भाई तोगडिय़ा ने इतना आवाज उठा दी थी कि अब हिंदुओं के भी तमाम संगठन के लोग राम मंदिर के बारे में बोलते रहते हैं। उन्होंने कहा कि अब किसी एक संगठन का मतलब ही नहीं रह गया। तमाम संगठन के लोग अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो इसके लिए आवाज उठा रहे हैं। पुजारी ने कहा कि विहिप के नवनिर्वाचित अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे का अयोध्या में स्वागत है।  

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