ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार के चुनाव को कवर करने की अनुमति नहीं देने के दावे गलत और भ्रामक: सूत्र

Thursday, Apr 25, 2024 - 03:28 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क. एक ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार अवनी डायस ने दावा किया कि उन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों को कवर करने की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें देश छोड़ने के लिए मजबूर किया गया, हालांकि, सूत्रों ने बताया कि उनके दावे  गलत, भ्रामक और शरारतपूर्ण हैं।


ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (एबीसी) की साउथ एशिया ब्यूरो चीफ अवनी डायस 20 अप्रैल को भारत से रवाना हो गई थीं। उनका दावा है कि भारत सरकार ने उनके वीजा की अवधि नहीं बढ़ाई, जिसकी वजह से उन्हें लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के एक दिन बाद भारत छोड़ना पड़ा। वह भारत के चुनावों की रिपोर्टिंग नहीं कर पाई।


अवनी ने बताया कि भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने फोन कर उन्हें बताया कि उनके वीजा की अवधि नहीं बढ़ाई जा रही है। यूट्यूब पर 'फॉरेन कॉरेस्पॉन्डेंट' के उनके हालिया एपिसोड के सारी सीमाएं लांघने को इसकी वजह बताई गई। हालांकि, भारत सरकार के सूत्रों का कहना है कि अवनी अपने पेशेवर गतिविधियों के दौरान वीजा नियमों का उल्लंघन करती पाई गई थी। लेकिन इसके बावजूद उनके अनुरोध पर चुनावों की कवरेज के लिए उनके वीजा की अवधि बढ़ाई गई। 


सूत्रों ने बताया कि उनका पिछला वीजा 20 अप्रैल, 2024 तक वैध था। उसने 18 अप्रैल को वीज़ा शुल्क का भुगतान किया और उसी दिन उसका वीज़ा जून तक बढ़ा दिया गया। लेकिन डायस ने 20 अप्रैल को भारत छोड़ने का फैसला कर लिया था लेकिन जिस समय उन्होंन भारत छोड़ा, उनका वीजा वैध था और उनके वीजा की अवधि बढ़ाने को मंजूरी दी जा चुकी थी। चुनाव कवर करने की मंजूरी नहीं देने का उनका दाव भी पूरी तरह से गलत है।


सूत्रों का कहना है कि सभी वीजाधारकों को पॉलिंग बूथ के बाहर चुनावों को कवर करने की मंजूरी है। पॉलिंग बूथ और काउंटिंग स्टेशनों पर जाकर रिपोर्टिंग करने के लिए अथॉरिटी लेटर आवश्यक है। इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि एसीबी के दूसरे संवाददाता मेघना बाली और सोम पाटीदार को पहले ही चुनावी कवरेज को लेकर लेटर मिल चुके थे।
 

Parminder Kaur

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