भारत-प्रशांत आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ाने के लिए ऑस्ट्रेलिया करेगा क्वाड का इस्तेमाल : स्कॉट मॉरिसन

Thursday, Nov 18, 2021 - 03:45 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः सिडनी डायलॉग में बुधवार को ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि उनका देश इंडो-पैसिफिक आपूर्ति श्रृंखलाओं के लचीलेपन में सुधार करने और एक खुला, सुलभ और सुरक्षित प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के प्रयास में क्वाड सदस्यों की क्षमताओं का उपयोग करने का प्रयास कर रहा है। सिडनी डायलॉग में "क्वाड देशों के बीच प्रौद्योगिकी साझेदारी को गहरा करने" के लिए बोलते हुए उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया दुनिया भर में सर्वोत्तम प्रथाओं के खिलाफ बेंचमार्किंग, साइबर खतरों के खिलाफ महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए क्वाड के भीतर काम कर रहा है। "

 

उन्होंने कहा कि तेजी से तकनीकी परिवर्तन का हमारा समय अलग नहीं है। यह प्रमुख वैश्विक चुनौतियों से मेल खाता है, जिसमें कोविड ​​​​-19 द्वारा उत्पन्न तत्काल खतरों और जलवायु परिवर्तन और भू-रणनीतिक प्रतिस्पर्धा से संबंधित आर्थिक व्यवधान शामिल हैं। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने जोर देकर कहा कि आने वाले वर्षों में प्रौद्योगिकी तकनीकी विकास को आकार देने वाले मानदंडों और मूल्यों को प्रभावित करने की बेहतर क्षमता में सहायता करेगी। उन्होंने आगे कहा कि प्रौद्योगिकी इस बात के केंद्र में है कि देश इन सभी चिंताओं का अब कैसे जवाब दे रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि स्पष्ट तथ्य यह है कि तकनीकी रूप से उन्नत देशों के पास अधिक आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य शक्ति है ।

 

ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया में प्रौद्योगिकी के मामले में बहुत कुछ समान है और दोनों देश पहले से ही साइबर सुरक्षा, महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों, महत्वपूर्ण खनिजों और डिजिटल अर्थव्यवस्था पर सहयोग कर रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘सिडनी डायलॉग' को डिजिटली संबोधित करते हुए भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रणनीतिक साझेदारी को क्षेत्र और दुनिया के लिए कल्याणकारी बताया।

 

पीएम मोदी ने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया रणनीतिक साझेदारी क्षेत्र और विश्व के लिए अच्छाई की शक्ति है। प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल युग में हमारे चारों ओर सब कुछ बदल रहा है, इसने राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज को फिर से परिभाषित किया है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सिडनी डायलॉग को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बिटकॉइन को लेकर चेताते हुए कहा कि यह जरूरी है कि सभी लोकतांत्रिक देश मिलकर इस पर काम करें और यह सुनिश्चित करें कि बिटकॉइन गलत हाथों में न जाए, जो हमारे युवाओं को खराब कर सकता है।

Tanuja

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