पाकिस्तान जैसा पड़ोसी हो तो और हमले होंगे : बीएसएफ

Wednesday, Oct 04, 2017 - 04:33 PM (IST)

श्रीनगर : श्रीनगर के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके में बी.एस.एफ . कैंप हुए आतंकी हमले के बाद घाटी के चप्पे-चप्पे में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस बीच महानिदेशक (डी.जी), के.के शर्मा ने कहा है कि जब तक हमारे पड़ोसी मित्रतापूर्ण व्यवहार नहीं करते, हमले होते रहेंगे। बता दें कि मंगलवार को श्रीनगर हवाई अड्डे के नजदीक गोगो हुमहमा इलाके के पास बी.एस.एफ . कैंप की 182वीं बटालियन पर आतंकियों ने हमला कर दिया। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली। इस आतंकी हमले को अंजाम लेने वाले तीनों आतंकियों को सेना ने मार गिराया। इस ऑपरेशन में एक जवान शहीद हो गए। इस हमले के बाद बी.एस.एफ  के डी.जी. के.के. शर्मा ने कहा कि हमारे पड़ोसी मित्रतापूर्ण व्यवहार नहीं करते, और जब तक हमारे पाकिस्तान जैसे पड़ोसी होंगे, ऐसे हमले होते रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि, हमें लगता है कि आतंकवादी बी.एस.एफ . कैंप में रखे हथियार और गोला बारूद तक पहुंचना चाहते थे।


बता दें कि श्रीनगर आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के डी.जी.पी. एस.पी. वैद ने भी कहा था कि जब तक पाकिस्तान हमारा पड़ोसी है भारत में आतंकी हमले होते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तानी शत्रुतापूर्ण रवैया नहीं छोड़ता आतंकी हमलों की संभावना बनी रहेगी। बी.एस.एफ . के डीजी के के शर्मा ने बताया कि  हमें लगता है कि आतंकवादियों का टारगेट बी.एस.एफ . शिविर में जमा हथियार और गोला-बारूद थे। जब तक हमारे ‘दोस्ताना’ पड़ोसियों का व्यवहार नहीं सुधरता है, तब तक हमें और अधिक ऐसे हमलों का सामना करना पड़ सकता है।


मुठभेड़ के दौरान सेना के पैरा कमांडो भी बुलाए गए। इसके अलावा बी.एस.एफ . और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उच्च अधिकारियों ने हेलीकॉप्टर के जरिए अभियान की निगरानी की। शिविर में आतंकियों का पता लगाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। यह पूरा ऑपरेशन बी.एस.एफ . की आई.जी सुनाली मिश्रा की देखरेख में चला।

 

 

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