अटल भूजल योजना की शुरुआत कर बोले मोदी- आज वाजपेयी जी का सपना पूरा हुआ

punjabkesari.in Wednesday, Dec 25, 2019 - 11:25 PM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2024 तक देश के हर घर जल पहुंचाने का संकल्प सिद्ध करने में महती भूमिका निभाने वाली अटल भूजल योजना की बुधवार को यहां शुरुआत की। मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर सात राज्यों के 8300 से अधिक ग्राम पंचायतों के भूजल को दुरुस्त करने वाली अटल भूजल योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि इस योजना से महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात का भूजल स्तर उठाने में बहुत मदद मिलेगी।  मोदी ने कहा कि आज वाजपेयी का सपना पूरा हुआ।

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राजधानी के विज्ञान भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में इन सात राज्यों के 78 जिलों में 8,300 से ज्यादा ग्राम पंचायतों में भूजल की स्थिति में सुधार होगा। श्री मोदी ने कहा कि पंचायतों में भूजल की स्थिति बहुत ही चिंताजनक है। इसका बहुत बड़ा खामियाजा वहां के लोगों को उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा, च्च्लोगों को इन दिक्कतों से मुक्ति मिले, जल स्तर में सुधार हो इसके लिए हमें जागरूकता अभियान चलाने होंगे।'' दिवंगत नेता की 95 वीं जयंती के अवसर पर मोदी ने देशवासियों को एक और तोहफा देते हुए हिमाचल प्रदेश को लद्दाख एवं जम्मू कश्मीर से जोडऩे वाली रोहतांग टनल का नाम बदलकर च्अटल टनल' किये जाने की घोषणा की।

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उन्होंने कहा, हिमाचल के लोगों को, प्रीणी के लोगों को सरकार की ओर से अटलजी के जन्मदिन पर एक छोटा सा उपहार है। ये अटल जी ही थे, जिन्होंने इस टनल के महत्व को समझा था और इसके निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि अटलजी के नाम पर इस टनल का नामाकरण हिमाचल प्रदेश के प्रति उनके लगाव और इस दिवंगत नेता के प्रति राज्य की जनता के आदर और असीम प्यार का भी प्रतीक है। मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को लद्दाख और जम्मू-कश्मीर से जोड़ने वाली, मनाली को लेह से जोड़ने वाली, रोहतांग टनल, अब अटल टनल के नाम से जानी जाएगी।

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मनाली से लेह को जोड़ेगी अटल टनल 
अटल की जयंती पर लांच होने वाली दूसरी योजना अटल टनल मनाली से लेह तक होगी। इस योजना को 2005 में ही मंजूरी मिली थी। इसके लिए 4000 करोड़ रुपये मंजूर किए गए है। कुल 8.8 किलोमीटर लंबी इस योजना का तकरीबन 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। दावा किया गया है कि यह विश्व की सबसे ऊंची टनल होगी। 


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Edited By

Anil dev

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