महागठबंधन बनेगा मजबूत, 11 अक्तूबर से सितारे पक्ष में

Tuesday, Jun 05, 2018 - 11:47 AM (IST)

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जालंधर (धवन): 2019 में लोकसभा के होने वाले आम चुनावों को लेकर सियासी क्षेत्रों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं। केन्द्र में सत्ताधारी भाजपा का मुकाबला कांग्रेस के नेतृत्व में प्रस्तावित महागठबंधन से होगा। ज्योतिष की दृष्टि से सितारे भी संकेत दे रहे हैं कि लोकसभा चुनाव में पलड़ा महागठबंधन के पक्ष में जा सकता है। कनाडा के ज्योतिषी प्रो. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि भारत इस समय चंद्र महादशा में बृहस्पति की अंतर्दशा से गुजर रहा है, जोकि 11 अगस्त 2018 से 11 दिसम्बर 2019 तक चलेगी। 


दशमांश कुंडली में बृहस्पति पर शनि व राहु की दृष्टि इसको कमजोर कर रही है। बृहस्पति शासन में बदलाव लाने की तरफ संकेत करता है। वर्तमान शासन में अगले चुनाव में बदलाव आएगा। कई सियासी दलों के चुनावी नतीजे अप्रत्याशित होंगे। कई राजनीतिक दलों को आशा से अधिक सफलता मिलेगी, कई बड़े-बड़े दिग्गज हार जाएंगे, जबकि कइयों की लाटरी लग जाएगी। जनता का कारक ग्रह शनि है। लग्न कुंडली से 8वें स्थान पर संचार कर रहा है, इसलिए जनता का मूड भांपने में मुश्किलें आएंगी। सभी सर्वे विफल हो जाएंगे, जनता अपना असली निर्णय किसी को नहीं बताएगी। लोकसभा चुनाव के समय बृहस्पति की अंतर्दशा होने के कारण शासन भी जनता से जुड़े मसलों की तरफ ध्यान केन्द्रित नहीं कर सकेगा। शासन पर दलाली, कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार के आरोप लगने की प्रबल आशंका है। शासन को लज्जित होना पड़ेगा। 23 दिसम्बर 2018 तक जनता का आक्रोश केन्द्र सरकार के प्रति बहुत बढ़ जाएगा, महंगाई तथा किसानों के मुद्दे शासन के लिए हानिकारक सिद्ध होंगे। 

विपक्षी दलों की स्थिति का अनुमान चौथे घर से होता है जिसका स्वामी सूर्य है। बृहस्पति गोचर में 11 अक्तूबर 2018 को वृश्चिक राशि से सूर्य को देखेगा जिस कारण चौथा घर मजबूत होगा। इससे विपक्षी एकता के प्रयास सफल होंगे, विपक्षी दलों की ताकत बढ़ेगी, विपक्षी दलों की एकजुटता मोदी सरकार के लिए कड़ी चुनौती पैदा करेगी। सूर्य पर बृहस्पति की दृष्टि होने से विपक्षी दलों को सफलता भी मिलेगी और मान-सम्मान भी बढ़ेगा। 

उन्होंने कहा कि गोचर में 12वें भाव का स्वामी मंगल 23 दिसम्बर 2018 तक 10वें भाव के स्वामी शनि की राशि में संचार करेगा, जबकि 10वें घर का स्वामी शनि 8वें घर में होने के कारण कमजोर अवस्था में रहेगा। मोदी सरकार पर कई आरोप लगने से उसकी छवि और धूमिल होगी, इसलिए 2019 के चुनाव में महागठबंधन को अच्छी सफलता मिलने के आसार हैं। फरवरी-मार्च 2019 में कई राजनीतिक दल केन्द्र सरकार से अलग होकर विपक्षी दलों के साथ मिल जाएंगे। भाजपा व राजग की स्थिति धीरे-धीरे कमजोर होगी। 11 अगस्त के बाद से मोदी सरकार के लिए चुनौतियां बढऩी शुरू हो जाएंगी। किसानों के आंदोलन तेज होंगे, महंगाई और बढ़ेगी तथा बेरोजगारी केन्द्र सरकार को हिलाएगी।  



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Niyati Bhandari

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