12 साल की तीरंदाज शिवांगिनी के कंधे में घुसा तीर, इसी हालत में असम से नई दिल्ली तक लाया गया

Friday, Jan 10, 2020 - 05:23 PM (IST)

नई दिल्ली: असम की 12 वर्षीय तीरंदाज शिवंगिनी गोहैन की शुक्रवार को सर्जरी की गई और उनके शरीर से तीर का 15 सेंटीमीटर लंबा टुकड़ा निकाला गया। प्रशिक्षण के दौरान दुर्घटनावश एक तीर चल गया था जिसने शिवंगिनी के गले और शरीर के ऊपरी हिस्से को बेध दिया था। उन्हें इसी हालत में डिब्रूगढ़ के छाबुआ से दिल्ली ‌स्थित एम्स रेफर किया गया, जहां उनकी सर्जरी की जाएगी। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि जटिल सर्जरी के बाद गोहैन की हालत स्थिर है। उन्होंने कहा कि तीर ने गोहैन के कंधे की हड्डी को बेधते हुए गले, रीढ़ की हड्डी और बाएं फेफड़े को नुकसान पहुंचाया। गोहैन को अब गहन चिकित्सा कक्ष में रखा गया है। 

करीब साढ़े तीन घंटे तक चला आपरेशन
करीब साढ़े तीन घंटे तक चले आपरेशन को एम्स में न्यूरोसर्जरी के प्राध्यापक डॉ दीपक गुप्ता के नेतृत्व में डॉक्टरों के एक दल ने अंजाम दिया। राज्य के तीरंदाजी संघ के अनुसार गोहैन बिना किसी की निगरानी में प्रशिक्षण ले रही थी जब हादसा हुआ। तीरंदाजी संघ के संयुक्त सचिव पुलिन दास ने बताया कि गोहैन देवधायी गांव की रहने वाली हैं और तीर लगने की घटना स्थानीय कोच और अधिकारियों की लापरवाही के कारण हुई। दास ने कहा कि तीर कुछ लड़कों ने चलाया था जो अभ्यास कर रहे थे। गोहैन के शरीर में तीर एक से अधिक दिन तक धंसा रहा जिसके बाद उन्हें हवाई मार्ग से गुरुवार रात दिल्ली भेजा गया। भारतीय खेल प्राधिकरण की गुवाहाटी इकाई ने कहा कि वह इलाज का पूरा खर्च उठाएगी। असम तीरंदाजी संघ ने भी गोहैन के इलाज के लिए बीस हजार रुपए दिए हैं। 

Anil dev

Advertising