असम के मंत्री ने कहा, प्रदेश में हिंसा की होगी जांच, गुवाहाटी में ही होगा भारत-जापान शिखर सम्मेलन

Monday, Dec 16, 2019 - 09:13 PM (IST)

नेशनल डेस्कः नागरिकता कानून को लेकर भड़की हिंसा को लेकर असम के मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि गुवाहाटी में हमने कर्फ्यू हटा लिया है और अब दिन के समय में कर्फ्यू नहीं रहेगा। हालांकि रात का कर्फ्यू तब तक लगाया जाएगा, जब तक हम स्थिति की समीक्षा नहीं करेंगे और इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लेंगे।

सरमा ने कहा कि पूरे असम में बर्बरता और अन्य संबंधित अपराधों के 136 मामले दर्ज किए गए हैं। अब तक पुलिस ने गुवाहाटी और पूरे राज्य में हाल ही में हुई घटनाओं के सिलसिले में 190 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्‍होंने कहा कि गुवाहाटी हिंसा में हमने एक विशिष्ट पैटर्न देखा है। प्रदर्शनों में ऐसे लोगों की भारी भागीदारी है जो गुवाहाटी के नागरिक नहीं हैं, जो निचले असम के जिलों से आए हैं।

हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि भारत-जापान शिखर सम्मेलन स्थगित कर दिया गया है, लेकिन यह बाद में गुवाहाटी में ही होगा। प्रधानमंत्री ने फैसला किया है कि गुवाहाटी से कार्यक्रम स्थल को स्थानांतरित नहीं किया जाएगा, लेकिन तारीख बदली जा सकती है।

पीएम का व्‍यक्तिगत रूप से आग्रह है कि यह कार्यक्रम गुवाहाटी में ही होना चाहिए। गुवाहाटी में शंकरदेव कलाक्षेत्र में बर्बरता हुई। जब हमने जांच की तो हमें उस विशेष घटना में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की संलिप्तता मिली। अगर उसने अपनी व्यक्तिगत क्षमता या किसी संगठित अपराध के हिस्से के रूप में ऐसा किया है, जिसकी जांच होनी चाहिए।

पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती से गुवाहाटी में आंदोलन के हिंसात्मक होने का भय कम हुआ है। रविवार को असम इंजीनियरिंग कालेज ग्राउंड पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में सबसे बड़ी भीड़ जुटी। 

Yaspal

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