रेलवे के निजीकरण पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का लोकसभा में बड़ा बयान

Wednesday, Mar 16, 2022 - 05:09 PM (IST)

नई दिल्लीः रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे का निजीकरण नहीं करने की सरकार की स्पष्ट नीति है क्योंकि रेलवे से देशवासियों के प्रति सामाजिक कर्तव्य का बोध जुड़ा हुआ है। श्री वैष्णव ने लोकसभा में आम बजट में रेल मंत्रालय की अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए बुधवार को कहा कि सरकार रेल से जुड़े किसी क्षेत्र में निजीकरण की नीति नहीं अपना रही है। सरकार रेल यात्रियों के उपर सब्सिडी के तौर पर साठ हजार करोड़ रूपये खर्च करती है।

रेलवे के संचालन में सरकार जनकल्याण और व्यावसायिक पक्ष के बीच संतुलन रखने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि सरकार रेलवे के माध्यम से छोटे उद्यमियों, किसानों, एमएसएमई क्षेत्र के साथ पर्यटन और संस्कृति को बढावा देने के लिए प्रतिबद्ध और इस दिशा में निरंतर कार्य किये जा रहे है जिसका परिणाम देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वन स्टेशन वन प्रोजेक्ट की अवधारणा सामने रखी है ताकि देश की विविधता और देश के कोने कोने में तैयार किये जाने वाले प्रसिद्ध स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके।

रेल मंत्री ने स्पष्ट कहा कि रेलवे की नौकरी में भर्तियों पर किसी प्रकार की रोक नहीं है। भर्तियां नियममित रूप से चल रही है। पिछले दिनों अभ्यर्थियों के बीच गलतफहमियां पैदा हुई है, सरकार ने उसको समझा और उचित समाधान निकाला है।उन्होंने बुलेट ट्रेन के मामले में विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि मुंबई से अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के डिजाइन का काम पूरा होने के बाद गुजरात में 99 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है। अब तक 730 से अधिक पिलर बन चुके हैं। हर महीने आठ किलोमीटर की गति से पिलर बनाने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि हमें अपने इंजीनियरों की प्रतिभा पर बहुत भरोसा है। कौन कहता है कि भारत की मिट्टी में बुलेट ट्रेन नहीं चल सकता है, यह बहुत शर्म की बात है।

इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने भारत की मिट्टी में बुलेट ट्रेन नहीं चलने के मामले में रेल मंत्री के जवाब बीच कई बार टीका टिप्पणी और शोर शराबा किया। इससे कुछ देर के लिए सदन में हंगामे की स्थिति बन गयी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से सदन की गरिमा बनाये रखने की अपील की। अध्यक्ष की अपील के बाद भी तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने कई बार हंगामा किया। रेल मंत्री ने तृणमूल कांग्रेस की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मां, माटी और मानुष की बात करने वालों को भारत की मिट्टी और भारत मां पर भरोसा नहीं है यह बहुत शर्मनाक है।

Yaspal

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