कभी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को कहा था ''पूतना'', मोदी के नव रत्नों में शामिल हुए इस मंत्री ने

Friday, Oct 13, 2017 - 04:46 PM (IST)

नेशनल डेस्कः मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार में शामिल नव रत्न मंत्रियों में एक मंत्री के उटपटांग बयान सरकार और पार्टी के लिए मुसीबत का सबब बने हुए हैं। बिहार से दिल्ली तक का सफर करने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी चौबे ने कई मौकों अपने बड़बोलेपन की वजह एेसे बयान दिए, जिससे पार्टी के नेता खुद सकते में आ गए। हाला में उन्होंने दिल्ली एम्स में बढ़ते मरीजों की तादात के लिए बिहारियों को जिम्मेदार ठहरा दिया था तो इससे पहले उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तुलना पूतना से कर दी थी।
बिहार सरकार के मंत्री तो माथा पकड़कर बैठ गए थे
पिछले दिनों अश्विनी चौबे मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम के लिए बिहार गए हुए थे। यहां उन्होंने कहा ‘बिहार के लोग छोटी बिमारी होने पर भी इलाज करवाने के लिए दिल्ली एम्स पहुंच जाते हैं, जिससे काफी भीड़ बढ़ जाती है। हमने एम्स के अधिकारियों से कहा है कि ऐसे लोगों को बिना इलाज किए फौरन वापस बिहार भेज दें।’ जानकार तो ये भी बताते हैं कि उस दौरान समारोह में मौजूद रहे बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने तो उनकी बात सुनकर अपना माथा पकड़ लिया था। 
सोनिया गांधी को 'पूतना' और जहर की 'पुडि़या' बताया
अश्विनी कुमार चौबे के ‘अनाप-सनाप’ बयानों ने पटना से लेकर दिल्ली तक के बीजेपी नेताओं को परेशानी में डाला है। नवादा की एक सभा में इन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पूतना बताते हुए कहा था कि नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव इस पूतना के गोद में बैठकर जहर पीने के लिए बेचैन हैं। इसके अलावा आगे कहा ‘इटली की गुड़िया है, जहर की पुड़िया है।’ मंत्री महोदय ने तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी बक्शा है। एक दफा अश्वनी चौबे ने राहुल को विदेशी तोता की उपाधि दी थी।
वंशवाद के विरोधी चौबे ने अपना वंश बढ़ाने को बहारे आंसू 
बिहार में सरकार में रहने को दौरान अश्वनी चौबे ने राजनीति में वंशवाद की खूब खिलाफत की लेकिन जब बात उन पर आई तो अपने बड़े बेटे अर्जित शाश्वत चौबे को भागलपुर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार बनाने के लिए बगावत पर उतारू हो गए थे। फूट-फूटकर रोने भी लगे थे। मजबूरी में पार्टी नेतृत्व को झुकना पड़ा था लेकिन जनता ने मंत्री चौबे के बेटे को रिजेक्ट कर दिया।
शहनवाज हुसैन को चुनावों में हराने का लगता रहा आरोप 
ईमानदार नेता की छवि रखने वाले अश्विनी चौबे ने चुनाव आयोग को जो जानकारी दी है उसके अनुसार 2005 में इनकी सम्पत्ति 12 लाख, जो 2010 में चढ़कर 75 लाख और 2014 लोकसभा चुनाव में दिए हलफनामें के अनुसार 2 करोड़ 20 लाख हो गई। जानकारों की मानें तो अश्वनी चौबे पर कई दफा आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने अपनी ही पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनावज हुसैन को भागलपुर लोकसभा सीट से हराने की कई दफा भरकस प्रयत्न किए। हालांकि मंत्री चैंबे इसका हमेशा खंडन करते हैं। 

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