केजरीवाल के करीबी आशीष खेतान ने DDC उपाध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, बताई ये वजह
punjabkesari.in Wednesday, Apr 18, 2018 - 12:32 PM (IST)
नेशनल डेस्क: दिल्ली सरकार के 9 सलाहकारों को हटाए जाने को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी आशीष खेतान ने दिल्ली डायलॉग कमीशन के वाइस चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है कि आप नेता ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के फैसले के विरोध में यह कदम उठाया है। हालांकि खेतान का कहना है कि उन्होंने किसी राजनीतिक दबाव से नहीं बल्कि निजी कारणों से इस्तीफा दिया है।
I have resigned as VC, DDC, with effect from April 16. During the past three years I had a unique opportunity to shape public policy & bring about reform and change in governance. I am grateful to Arvind Kejriwal, the Hon’ble CM, for giving me this wonderful opportunity.
— Ashish Khetan (@AashishKhetan) April 18, 2018
आप नेता ने ट्वीट कर लिखा कि मैंने डीडीसी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया जो 16 अप्रैल से प्रभावी है। पिछले तीन वर्षों में मुझे सार्वजनिक नीति को आकार देने एवं शासन में सुधार तथा परिवर्तन लाने के लिए कई अनोखे अवसर मिले जिसके लिए मैं माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि मैं कानूनी पेशे से जुड़ रहा हूं और दिल्ली बार में पंजीकरण करा रहा हूं जिसकी वजह से डीडीसी से इस्तीफा देना आवश्यक है। बार काउंसिल के नियम के अनुसार कोई भी व्यक्ति वकालत करते समय निजी या सरकारी नौकरी नहीं कर सकता।
Political engagement, writing and law are all inextricably intertwined. I have spent the last 15 years at the intersection of the three. In my new profession, besides doing the routine cases I will also take up legal causes in the larger public interest.
— Ashish Khetan (@AashishKhetan) April 18, 2018
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद उपराज्यपाल ने मंगलवार को दिल्ली सरकार के 9 सलाहकारों को हटा दिया था। मंत्रालय ने अपने निर्देश में कहा था कि जिन पदों पर लोग नियुक्त हैं, वे दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों के लिए मंजूर किए गए पदों की सूची में शामिल नहीं हैं ।उपराज्यपाल के फैसले को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार की साजिश करार दिया था। उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्रों में कुछ नहीं कर पा रही है, इसलिए वह आप सरकार को निशाना बना रही है।