असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, वक्फ कानून और कांवड़ यात्रा पर उठाए सवाल
punjabkesari.in Tuesday, Jul 01, 2025 - 11:00 AM (IST)

नेशनल डेस्क: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार और NDA सहयोगियों पर निशाना साधा। उन्होंने वक्फ कानून को मस्जिदों, दरगाहों और कब्रिस्तानों को 'छीनने' का हथियार बताया। साथ ही TDP और जनसेना पर भी हमला बोला। ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान की जा रही सख्ती पर सवाल उठाते हुए मुजफ्फरनगर की एक घटना का हवाला दिया और इसे देश में बढ़ती सांप्रदायिक नफरत का प्रतीक बताया।
वक्फ कानून: 'मस्जिदों को छीनने की साजिश'
ओवैसी ने वक्फ कानून को लेकर केंद्र सरकार की मंशा पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने समझाया कि यह कानून कैसे वक्फ संपत्तियों के मालिकाना हक को बदल रहा है। ओवैसी ने उदाहरण देते हुए कहा, "आपको समझाने के लिए बता दूं कि वक्फ कानून कुछ ऐसा बनाया गया है कि मिसाल के तौर पर यहां कुरनूल में गोल गुम्बद की दरगाह है, जबसे यह कानून बना है, वक्फ बोर्ड उसका मालिक नहीं है, ASI उसका मालिक बन चुका है। यह कानून मस्जिदों, दरगाहों और कब्रिस्तानों को छीनने के लिए बनाया गया है।" उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि जब बात शरीयत और मस्जिद की आए, तो वे निडर होकर टीडीपी जैसे दलों को छोड़ दें और यह संदेश दें कि वे कभी भी संविधान, शरीयत और मस्जिद पर कोई समझौता नहीं करेंगे।
कांवड़ यात्रा पर 'सख्ती' और नफरत का आरोप
ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा से पहले प्रशासन और कुछ संगठनों द्वारा की जा रही सख्ती पर भी तंज कसा। उन्होंने मुजफ्फरनगर का एक चौंकाने वाला उदाहरण दिया। उन्होंने बताया, "मुजफ्फरनगर में (कांवड़) यात्रा शुरू हुई है। वहां पर संघ परिवार के लोग एक दुकान पर गए और दुकान वाले का नाम पूछा। दुकान वाले ने कहा कि नाम से क्या मतलब तो उसका आधार कार्ड मांगा. आधार कार्ड नहीं था। उससे पूछा कि तुम्हारी दुकान का नाम ये क्यों है, तो उसने कहा कि ये मेरी मर्जी है, तो उसके साथ गाली-गलौज की गई। बाद में मालूम हुआ कि जिसको गुस्सा कर रहे थे, गाली दे रहे थे, उसका नाम गोपाल है।" ओवैसी ने इस घटना को देश में बढ़ती सांप्रदायिक नफरत का प्रतीक बताया और ऐसी गतिविधियों की कड़ी निंदा की।