मुख्य सचिव मारपीट मामला: विधायकों के खिलाफ चार्जशीट माह के अंत तक

Monday, Apr 16, 2018 - 10:48 AM (IST)

नई दिल्ली: फरवरी माह में हुए मुख्य सचिव हमले में सीएम अरविंद केजरीवाल व वीके जैन से सोमवार को फिर से पूछताछ की जाएगी। ये पूछताछ मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के दिए गए बयानों के बाद की जा रही है। बताया जाता है कि इस माह पुलिस मुख्य सचिव मामले में कोर्ट में चार्जशीट पेश करेगी। चार्जशीट के पेश होते ही मामले में दो विधायकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बता दें कि मुख्य सचिव केस में विधायक प्रकाश जारवाल और अमानतुल्लाह आरोपी के तौर पर हैं। इस बारे में संबंधित जांच अधिकारी ने बताया कि मामले में अब तक 11 लोगों के बयानों को दर्ज किया गया है। दर्ज बयानों में सीएम केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के बयानों को भी दर्ज किया गया है। जांच अधिकारी के मुताबिक हमले के संबंध में दिए गए सलाहकार वीके जैन के बयान सभी विधायकों को सीएम के दिए बयानों से मेल नहीं खाते हैं, इसलिए उनसे दोबारा पूछताछ की जाएगी। अधिकारी के मुताबिक मामले की चार्जशीट माह के अंत तक कोर्ट में जमा कर दी जाएगी, जिसके बाद दोनों विधायकों की जमानत को भी खारिज कराया जाएगा। 

क्या है प्रकरण 
19 फरवरी की रात सीएम अरविंद केजरीवाल के कहने पर मुख्य सचिव को उनके आवास पर रात 12 बजे बुलाया गया था। आरोप है कि इस बैठक में मौजूद विधायकों में प्रकाश जारवाल और अमानतुल्लाह  ने उनसे मारपीट की और उन्हें बंधक बनाने की कोशिश की। जिस समय उनसे मारपीट हुई, उस दौरान सीएम और डिप्टी सीएम भी वहां पर मौजूद थे। मामले में पुलिस ने मुख्य सचिव की शिकायत पर दो विधायकों को नामजद करते हुए एफआईआर की थी। इस मामले में मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन अहम गवाह के तौर पर बनाए 
गए हैं। 

यहां फंस रहे हैं 11 विधायक 
पुलिस ने अपनी जांच में साफ तौर पर लिखा है कि सीएम के घर से सबूतों से छेड़छाड़ की गई है। घर में मौजूद 21 कैमरों में से 7 की रिकॉॄडग बंद थी और मौजूद डीवीआर से छेड़छाड़ की गई थी। मुख्य सचिव के मुताबिक घटना का समय 12 बजे का था लेकिन मौजूद डीवीआर के मुताबिक वे 11.25 तक ही वहां मौजूद थे। अब या तो कैमरे गलत हैं या फिर मुख्य सचिव झूठ बोल रहे हैं। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि कैमरे के डीवीआर से छेड़छाड़ की गई है। इसके अलावा मेडिकल रिपोर्ट में मारपीट की पुष्टि हुई है। 

Anil dev

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