केजरीवाल की मांग- राजस्थान से लाई गई ईवीएम से न हो MCD चुनाव

Wednesday, Apr 12, 2017 - 07:17 PM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज मांग की कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनावों के लिए राजस्थान से लाई गई वे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) हटाई जाएं, जिनसे कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई हैं। केजरीवाल ने कहा कि सिर्फ वीवीपीएटी से लैस वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल एमसीडी चुनावों में किया जाए। राज्य चुनाव आयुक्त एस के श्रीवास्तव को लिखे गए एक पत्र में उन्होंने यह मांग भी की कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त पार्टियों को चुनावों में ईवीएम की पड़ताल करने की इजाजत दी जाए। 

जेनरेशन 1 ईवीएम सबसे ज्यादा ‘असुरक्षित’
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक ने जानना चाहा कि राज्य चुनाव आयोग ने एमसीडी चुनावों के लिए ‘जेनरेशन 1 ईवीएम’ ही क्यों मांगे। उन्होंने कहा कि ‘जेनरेशन 1 ईवीएम’ सबसे ज्यादा ‘असुरक्षित’ मशीनें हैं जिसमें सुरक्षा संबधी सबसे कम विशेषताएं हैं। पत्र में उन्होंने आरोप लगाया, ‘हमें वाकई हैरत हो रही है कि आपने (श्रीवास्तव) वीवीपीएटी मशीनें नहीं मांगी, धौलपुर में ईवीएम में गड़बड़ी की हालिया घटनाएं दिखाती हैं कि भाजपा राजस्थान में ईवीएम के कोड या सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी करने में सफल रही है, क्योंकि राज्य में भाजपा की सरकार है और सभी मशीनें उनके कब्जे में हैं।’   

EVM इस्तेमाल के सख्त खिलाफ 
केजरीवाल ने कहा कि राजस्थान से लाई गई ईवीएम का एमसीडी चुनावों में इस्तेमाल करने के वह सख्त खिलाफ हैं।  उन्होंने कहा, ‘आप राजस्थान से लाई गई मशीनों से एमसीडी चुनाव कराने पर क्यों जोर दे रहे हैं, जबकि यह स्पष्ट है कि उनसे गड़बड़ी की गई है। हम मांग करते हैं कि इन सारी मशीनों को तुरंत हटाया जाए।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में करीब 15,000 ईवीएम हैं जो एमसीडी चुनाव कराने के लिए पर्याप्त हैं। उन्होंने कहा, ‘राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सभी पार्टियों को एमसीडी चुनावों में इस्तेमाल की जा रही मशीनों का तकनीकी परीक्षण करने देना चाहिए। हम यह मांग भी करते हैं कि एमसीडी चुनाव सिर्फ और सिर्फ वीवीपीएटी से लैस मशीनों से कराए जाएं।’

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