अरूणाचल प्रदेश में बनेगा देश का सबसे ऊंचा बांध, बाढ़ नियंत्रण में होगी मदद

Thursday, Jul 18, 2019 - 01:47 PM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने अरुणाचल प्रदेश की दिबांग बहुउद्देशीय योजना (एमपीपी) के लिए पूर्व-निवेश गतिविधियों और विभिन्न मदों पर खर्च को 1600 करोड़ रूपये की मंजूरी दे दी है। इस परियोजना के अंतर्गत अरूणाचल प्रदेश में भारत का सबसे ऊंचा बांध बनेगा। इसकी ऊचांई करीब 278 मीटर होगी। साथ ही यह देश की सबसे बड़ी पनबिजली परियोजना भी है। इस योजना से 2880 मेगावाट बिजली पैदा होगी। दिबांग बहुउद्देशीय योजना की कुल अनुमानित लागत करीब 28080 करोड़ है। अनुमान है कि यह परियोजना करीब 9 साल में पूरी होगी।

अरूणाचल प्रदेश के लॉअर दिबांग वैली जिले में दिबांग नदी पर यह बांध बनाया जाएगा। फिलहाल उत्तराखंड की भगीरथी नदी पर बना टिहरी बांध देश का सबसे ऊंचा बांध है। इसकी ऊंचाई, लंबाई क्रमशः 260 और 575 मीटर है। फिलहाल छोटे-बड़े मिलाकर देश में कुल 3200 बांध हैं।अरूणाचल प्रदेश सरकार को इस परियजोना के पूरा होने के बाद 12 फिसद बिजली मुफ्त में मिलेगी। इसके अलावा एक प्रतिशत बिजली (11.2 करोड़ यूनिट) स्थानीय क्षेत्र विकास कोष (एलएडीएफ) में दी जाएगी। मुफ्त बिजली और स्थानीय क्षेत्र विकास निधि को मिलाकर इस योजना से प्रदेश सरकार को करीब 26785 करोड़ का फायदा होगा।

साथ ही बाढ़ जैसी आपदाओं पर नियंत्रण किया जा सकेगा। अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ और बाढ़ जैसे हालात से बचने के लिए ब्रह्मपुत्र बोर्ड का मास्टर प्लान पूरा किया जाना है। दिबांग बहुउद्देशीय योजना उसी परियोजना का छोटा सा हिस्सा है। मास्टर प्लान से पड़ोसी राज्य असम को भी फायदा होगा।

 

 

Ravi Pratap Singh

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