जब मौत से पहले मालिक ने सेवक को दिए 1 करोड़ रुपए

Tuesday, Jan 19, 2016 - 12:33 PM (IST)

अहमदाबाद: गुजरात के जाने माने आर्टिस्ट जेरामभाई पटेल का सोमवार को 86 साल की उम्र में निधन हो गया। लेकिन इससे पहले वे अपने सेवक डायाभाई मारवाड़ी के खाते में एक करोड़ और आठ लोगों को 50 हजार से दो लाख रुपए दान दे गए।

 

दरअसल, जेरामभाई को लकवा मार गया था। किसी की मदद के बिना वो कोई काम नहीं कर पाते थे। डायाभाई साए की तरह उनके साथ रहते थे। वे पिछले 42 साल से जेरामभाई की देखभाल कर रहे थे। डायाभाई कहते हैं, ''12 साल की उम्र से ही मैं साहब (जेरामभाई) की सेवा करता आ रहा हूं। उनसे मेरा परिचय वडोदरा की एमएस यूनिवर्सिटी में हुआ। तब मैं बतौर मॉडल आर्ट फैकल्टी में जाता था। साहब ने कहा तो मैं उनके साथ ही रहने लगा। मैं खुशकिस्मत हूं कि उनकी मेहनत से मुझ जैसे लोगों की जिंदगी संवर गई।''

 

जेरामभाई ने कई मीडियम में काम किया था। 250 के करीब पेंटिंग्स, स्कल्पचर, आर्टवर्क को उन्होंने दिल्ली की किरण नादार म्यूजियम को 6 करोड़ रुपए में दे दिया। पिछले साल सितंबर में यह डील उन्होंने खुद की थी। अपने पास सिर्फ 5 पेंटिंग्स रखीं। गिफ्ट में मिले कई बड़े कलाकारों की पेंटिंग्स भी म्यूजियम को दे दी। जानकारों का कहना है कि अगर जेरामभाई अपना आर्टवर्क बाजार में बेचते तो कम से कम 25 करोड़ रुपए जरूर मिलते। मुंबई के जेजे स्कूल ऑफ आर्ट से पढ़े जेरामभाई की पेंटिंग्स की एक्जिबिशन देश-विदश में 100 से ज्यादा लग चुकी है।

 

तीन बार ललित कला अकादमी समेत कई नेशनल इंटरनेशनल अवॉर्ड से नवाजे जा चुके हैं। उनकी ख्वाहिश थी कि उनकी कला ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे। इसलिए अपनी पेंटिंग्स कम कीमत पर म्यूजियम को दे दी।

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