जब बजार में रोने और चिल्लाने लगा आतंकी नावेद का साथी!

Sunday, Aug 30, 2015 - 05:08 PM (IST)

जम्मू: मोहमद नावेद याकूब के साथ जम्मू कश्मीर में घुसपैठ करने वाला लश्कर ए तैयबा का एक आतंकवादी बाजार स्थलों को निशाना बनाने के मिशन को लेकर आया था लेकिन अंतिम घड़ी में वह हिचक गया। नावेद उधमपुर आतंकवादी हमले के बाद पकड़ा गया था। दोनों उस चार सदस्यीय लश्कर टीम का हिस्सा थे जो जून में गुलमर्ग सेक्टर से घाटी में आ घुसी थी तथा पड़ोसी सांबा जिले के बारी ब्राह्मणा गई थी। वहां एक बाजार को निशाना बनाया जाना था जहां सेना के लोग आते जाते रहते हैं। वहां समीप में एक सैन्य प्रतिष्ठान भी है।   

नावेद और अबू ओकासा 20 जुलाई को जमू शहर के बाहरी इलाके में अपने लक्ष्य के करीब पहुंच गए थे लेकिन 17 वर्षीय अबू अचानक चिल्लाने लगा। वह जिस मिशन को अंजाम देने आया था, उसे लेकर उसका मन बदल गया। वह पाकिस्तान में खैबर पतूनवा का रहने वाला है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ये सारी बातें नावेद से पूछताछ के दौरान सामने आईं जिसकी पुष्टि ट्रक ड्राइवर खुर्शीद अहमद ने की। 

अहमद ने ही उन्हें बारी ब्राह्मणा पहुंचाया था। नावेद हिरासत में है और ट्रक ड्राइवर को भी तभी गिरतार किया गया।  नावेद और खुर्शीद ने बताया कि जिस जगह पर हमला किया जाना था वह बाजार था तथा समीप ही सैन्य प्रतिष्ठान था लेकिन अबू बुरी तरह रोने चिल्लाने लगा और डर के मारे कांपने लगा। इस तरह साजिश विफल हो गयी और वे कश्मीर घाटी लौट गए।  

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