AIR की ''राजनीतिक वाणी'' से भड़की मोदी सरकार, जल्द लेगी एक्शन

Thursday, Aug 13, 2015 - 09:11 AM (IST)

नई दिल्ली: 1993 मुंबई बम ब्लॉस्ट के दोषी याकूब मेमन को फांसी की कवरेज को लेकर तीन टीवी चैनलों को सरकार की ओर से कारण बताओ नोटिस भेजे जाने को लेकर मीडिया काफी नाराज है लेकिन इस मामले में केंद्र ने एडिटर्स गिल्ड की आलोचना प्रसारित करने के लिए ऑल इंडिया रेडियो चीफ को भी फटकार लगाई है।

प्रसार भारती और इंफॉर्मेशन ऐंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्ट्री के टॉप सूत्रों ने बताया कि ऑल इंडिया रेडियो के डायरेक्टर जनरल (न्यूज) मोहन चंडक को चार न्यूज आइटम्स को क्लियर करने के लिए गत मंगलवार और बुधवार को मिनिस्ट्री के अफसरों ने झाड़ लगाई। सरकार का कहना था कि ये न्यूज आइटम्स ''अयोग्य'' थे। इनमें से एक स्टोरी मेमन कवरेज पर एडिटर्स गिल्ड की आलोचना वाली भी थी।

दूसरे न्यूज आइटम्स में नगा विद्रोहियों के साथ केंद्र सरकार के शांति समझौते की मणिपुर के चीफ मिनिस्टर इबोबी सिंह की आलोचना, बिहार के चीफ मिनिस्टर नीतीश कुमार का पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ओर से तब के गुजरात के चीफ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी को राजधर्म का पालन करने की सलाह और गया में पिछले हफ्ते मोदी के भाषण की नीतीश और लालू यादव की आलोचना शामिल हैं।

प्रसार भारती के चेयरपर्सन ए.सूर्य प्रकाश और सी.ई.ओ. जवाहर सरकार ने इस खबर पर कॉमेंट करने से इनकार कर दिया। हालांकि, ईटी को पता चला है कि ऑल इंडिया रेडियो के दो संपादकों के खिलाफ जल्द ही ऐक्शन लिया जा सकता है। मिनिस्ट्री ने जिन खबरों पर नाराजगी जताई हैं, वे रविवार और सोमवार को हिंदी और अंग्रेजी के हर घंटे आने वालीं न्यूज बुलेटिन में प्रसारित हुई थीं। चंडक ने भी इस खबर पर कुछ कहने से इनकार कर दिया।

अधिकारियों के मुताबिक, चंडक से इस मामले में जवाब मांगा गया है। मिनिस्ट्री अब उस टीम के खिलाफ ऐक्शन लेने की सोच रही है, जिसने इन न्यूज आइटम्स को क्लीयरेंस दी थी। मिनिस्ट्री के एक सीनियर अफसर ने कहा कि हमने दो एडिटर्स की पहचान की है। यह अनदेखी का मामला है। आखिर सरकार की दो इंफॉर्मेशन विंग एक दूसरे को काट कैसे सकती हैं? हमें लगता है कि कुछ गलत लोग वहां बैठे हैं।''

उन्होंने बताया कि मिनिस्ट्री के अधिकारी इस हफ्ते प्रसार भारती के अधिकारियों के साथ मुलाकात करेंगे। इसमें सरकार की मीडिया यूनिट्स के बीच तालमेल और बेहतर न्यूज प्रजेंटेशन पर चर्चा होगी। ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन को प्रसार भारती चलाता है। गौरतलब है कि सरकार उन चैनलों को फटकार लगाई है जिन्होंने याकूब की कवरेज दिखाई।

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