सुषमा , वसुंधरा का इस्तीफा देश की मांगः राहुल

Tuesday, Aug 04, 2015 - 04:38 PM (IST)

नई दिल्लीः लोकसभा में कांग्रेस के 25 सांसदों के सस्पेंशन के बाद पार्टी के सारे सांसद मंगलवार को संसद परिसर में  धरने पर बैठ गए। तीखी बयानबाजी भी हुई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के 25 सदस्यों को निलंबित करने के स्पीकर सुमित्रा महाजन के फैसले को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया । 

 स्पीकर सुमित्रा महाजन का फैसला ‘लोकतंत्र की हत्या’ 

सोनिया ने कहा, ‘‘ संसद की कार्रवाई चलाना सरकार की जिम्मेदारी है। हमारे सांसदों का निलंबन अलोकतांत्रिक है। लोकतंत्र की हत्या हुई है।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने संसद परिसर में धरने के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, ए के एंटनी और आनंद शर्मा के साथ स्पीकर के फैसले के खिलाफ नारे भी लगाए। धरने में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी हिस्सा लिया।   

वहीं, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी को खुली चुनौती दी। उन्हाेंने कहा- मोदी सरकार चाहे तो हम सभी को बाहर फैंक दे लेकिन हम प्रेशर कम नहीं करेंगे, इस्तीफे की मांग करते रहेंगे। मोदी को मन की बात करने की आदत है, कभी वे हिंदुस्तान के मन की भी बात सुन लें। सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान का इस्तीफा मैं या कांग्रेस नहीं, बल्कि देश मांग रहा है।

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘व्यापमं ने मध्यप्रदेश में हजारों लोगों के भविष्य को बर्बाद कर दिया है। इस बात के स्पष्ट प्रमाण हैं कि सुषमा जी ने नियमों को तोड़ा है। राजस्थान की मुख्यमंत्री (वसुंधरा राजे) की ललित मोदी के साथ वित्तीय संलिप्तता के स्पष्ट प्रमाण हैं।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को देश के ‘मन की बात’ सुननी चाहिए। 

कांग्रेस सदस्यों ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष बैठकर धरना दिया। सदस्य अपनी बांह पर काली पट्टी बांधे हुए थे। सपा और राजद के सदस्यों ने भी कांग्रेस सांसदों के साथ धरने में हिस्सा लिया। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष का फैसला कानून सम्मत नहीं है। मुलायम ने कहा कि उन्होंने स्पीकार से निलंबन पर फिर से विचार करने का आग्रह किया है। 

 

 

 

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