यौन उत्पीड़न की शिकार IAS ने कहा, ''इस देश में कोई महिला जन्म न ले''

Tuesday, Aug 04, 2015 - 11:13 AM (IST)

सिवनी: ह्यूमन राइट्स कमीशन के अफसर के खिलाफ यौन उत्पीडऩ की शिकायत दर्ज कराने वाली ट्रेनी महिला आईएएस रिजु बाफना ने कहा कि इस देश में कोई महिला जन्म न ले। रिजु ने फेसबुक के जरिए एक मैसेज पोस्ट किया है। रिजु बाफना ने फेसबुक पर लिखा है, ''''मैंने कमीशन के दोस्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। उन्होंने मुझे अश्लील मैसेज भेजे थे। मेरी शिकायत पर जिला कलेक्टर भारत यादव ने तत्काल कार्रवाई कर उसे पद से हटा दिया। लेकिन मुझे तब तकलीफ पहुंची, जब मैं बयान दर्ज कराने अदालत गई।

कोर्ट रूम में एक एडवोकेट भी कुछ लोगों के साथ मौजूद थे। इतने लोगों के सामने बयान देने को लेकर मैं असहज महसूस कर रही थी। मैंने मजिस्ट्रेट से स्टेटमेंट की कैमरा रिकॉर्डिंग कराने का अनुरोध किया। कोर्ट मेरी मांग पर विचार करती इससे पहले ही वकील ने चिल्लाते हुए कहा- ''''आप अपने ऑफिस में अफसर होंगी, अदालत में नहीं।’ मैंने कहा कि मैं आईएएस होने के नाते नहीं, एक महिला होने की वजह से यह मांग कर रही हूं। वे बदतमीजी से बात करते हुए चले गए। मैंने माननीय मजिस्ट्रेट से भी निवेदन किया, लेकिन उन्होंने नहीं सुना।

उन्होंने कहा-आप युवा हैं। अभी नियुक्त हुई हैं इसलिए इस तरह की मांग रख रही हैं। धीरे-धीरे आप अदालतों की कार्यप्रणाली समझ जाएंगी। फिर ऐसी मांगें नहीं रखेंगी। मैं मजबूर थी। बयान दर्ज करा दिया। यदि आईएएस पद पर बैठी महिला के साथ ऐसी उदासीनता और असंवेदनशीलता है तो आम महिला पर क्या गुजरती होगी? मैं उन महिलाओं के साथ सहानुभूति रखती हूं जो चुप रहीं। महिलाओं को ज्यूडिशियरी से बहुत उम्मीदें हैं। वह बिना किसी के फेवर की सुनवाई और अच्छे बिहेव चाहती हैं। मैं चाहती हूं कि अदालतें भी संवेदनशीलता दिखाएं। ‘मैं बस यही दुआ कर सकती हूं कि इस देश में कोई महिला जन्म न लें। 

बता दें कि दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से पढ़ाई करने वाली रिजु बाफना 2013 में आईएएस बनी थीं। उनके पति भी आईएएस अफसर हैं। फिलहाल अभी वह मध्य प्रदेश के सिवनी में ट्रेनी आईएएस अफसर के पद पर हैं।

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