पढ़े, याकूब मेमन के आखिरी 6.30 घंटे किस तरह से बीते!

Thursday, Jul 30, 2015 - 11:30 AM (IST)

नागपुर: 1993 मुंबई बम बलास्ट के आरोपी याकूब मेमन को गुरुवार सुबह 6.30 बजे नागपुर के सेंट्रल जेल में फांसी दे दी गई। गुरुवार तड़के 3:15 बजे तक सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे खुले रहे। बुधवार आधी रात बाद तक उसे बचाने के लिए कड़ी बहस चलती रही। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बुधवार रात याकूब की दूसरी बार दाखिल दया याचिका खारिज कर दी।

जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुआई में जस्टिस प्रफुल चंद्र पंत और जस्टिस अमिताव रॉय वाली तीन जजों की बेंच ने अर्जी पर सुनवाई के बाद मेमन की याचिका दोबारा खारिज कर दी गई और फांसी बरकरार रखी। फांसी देने से पहले याकूब मेमन के आखिरी 6.30 घंटे कुछ इस तरह से बीते-

रात 01.33 बजे : नागपुर जेल में खाली पदों को जल्द से जल्द भरा गया।

रात 02.08 बजे : अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे।

रात 02.20 बजे : वकील आनंद ग्रोवर कोर्ट में याकूब की पैरवी को पहुंचे।

रात 02.25 बजे : कोर्ट नंबर चार में याकूब केस की सुनवाई शुरू हुई। 

रात 02.30 बजे : सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर महाराष्ट्र सरकार की पूरी नजर।

रात 02.40 बजे : फांसी के समर्थन में भगत सिंह क्रांति सेना का प्रदर्शन।

रात 02.50 बजे : कोर्ट रूम में सभी वकील, सभी जज मौजूद रहे।

सुबह 03.10 बजे : नागपुर में याकूब के भाई को जेल प्रशासन का गोपनीय चि_ी भेजी गई।

सुबह 03.20 बजे : सुप्रीम कोर्ट के चेम्बर-4 में दीपक मिश्रा की पीठ में सुनवाई शुरू हुई।

सुबह 03:45 बजे : याकूब मेमन को उठाया गया, स्नान करने के बाद नए कपड़े पहनने को दिए गए। 

सुबह 04:15 बजे : धर्म के हिसाब से प्रार्थना की।

सुबह 04:45 बजे : मेडिकल चेकअप किया गया।

सुबह 05:00 बजे : पसंद का नाश्ता दिया गया ।

सुबह 06:00 बजे : पसंदीदा धार्मिक किताब पढऩे को दी गई।

सुबह 06:30 बजे : फांसी की जगह ले जा उसके आरोप सुनाए गए और फिर उसे फांसी दे दी गई।

सुबह 7:01 बजे : याकूब मेमन की मौत की सरकार मे पुष्टि की।

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