नहीं रहा भारत का मिसाइलमैन, तीनों सेना प्रमुखों ने दी श्रद्धांजलि

punjabkesari.in Tuesday, Jul 28, 2015 - 01:10 PM (IST)

शिलांग: पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की तबीयत यहां अचानक बिगड़ गई। सोमवार को उन्हें मेघालय की राजधानी शिलांग के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां देर शाम उनका निधन हो गया। शिलांग स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईएमआई) में छात्रों को संबोधित करते समय कलाम की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तुरंत बेतानी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
 
बेतानी अस्पताल के निदेशक जॉन सैलो ने कहा, च्च्पूर्व राष्ट्रपति लगभग मृत अवस्था में हमारे अस्पताल लाए गए। हम उन्हें होश में लाने का प्रयास करते रहे, लेकिन कामयाब न हो सके। सैलो ने कहा, च्च्उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष (आइ) इकाई में रखा गया। हमें लगता है कि भाषण देते समय मिसाइल मैन को हृदयाघात (हार्टअटैक) हुआ। 
 
 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का पार्थिव शरीर आज दोपहर नई दिल्ली पहुंचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर भी हवाई अड्डे पर मौजूद थे। मेघालय के राज्यपाल वी. षड़मुगनाथन भारतीय वायुसेना के सी-130 विमान से गुवाहाटी के रास्ते डॉ. कलाम के पार्थिव शरीर के साथ पालम स्थित वायुसेना हवाई अड्डे पर पहुंचे। हवाई अड्डे पर सेना के तीनों अंग्रों की संयुक्त टुकड़ी ने पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग, रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
 
 
 
मिसाइल मेन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
 
- 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वर में जन्मे डॉ. कलाम लम्बे समय तक डीआरडीओ से जुड़े रहे।
- देश के पहले स्वदेशी उपग्रह पीएसएलवी-3 के विकास में अहम योगदान दिया था।
- पृथ्वी और अग्नि जैसी मिसाइलें बनाने में बड़ा रोल।
- 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षण को लीड किया।
- 1997 में देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजे गए।
- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वैज्ञानिक सलाहकार रहे।
 
 शिलांग: पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की तबीयत यहां अचानक बिगड़ गई। सोमवार को उन्हें मेघालय की राजधानी शिलांग के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां देर शाम उनका निधन हो गया। शिलांग स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईएमआई) में छात्रों को संबोधित करते समय कलाम की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तुरंत बेतानी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
 
बेतानी अस्पताल के निदेशक जॉन सैलो ने कहा, च्च्पूर्व राष्ट्रपति लगभग मृत अवस्था में हमारे अस्पताल लाए गए। हम उन्हें होश में लाने का प्रयास करते रहे, लेकिन कामयाब न हो सके।ज्ज् सैलो ने कहा, च्च्उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष (आइ) इकाई में रखा गया। हमें लगता है कि भाषण देते समय मिसाइल मैन को हृदयाघात (हार्टअटैक) हुआ।ज्ज्
 
मिसाइल मेन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
 
- 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वर में जन्मे डॉ. कलाम लम्बे समय तक डीआरडीओ से जुड़े रहे।
- देश के पहले स्वदेशी उपग्रह पीएसएलवी-3 के विकास में अहम योगदान दिया था।
- पृथ्वी और अग्नि जैसी मिसाइलें बनाने में बड़ा रोल।
- 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षण को लीड किया।
- 1997 में देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजे गए।
- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वैज्ञानिक सलाहकार रहे।
 
 
 

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