मनमोहन बोले, भारत-पाक को एक-दूसरे से बात करनी होगी

Tuesday, Jul 14, 2015 - 09:09 AM (IST)

नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता में नई जान आने के कदम का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इस्लामाबाद ठोस प्रगति चाहेगा। उन्होंने यहां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मेजबानी वाली इफ्तार से इतर पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘दोनों देश एक दूसरे से बात कर रहे हैं जो एक अच्छी चीज है।’’ सिंह ने उम्मीद जताई कि भारत के साथ वार्ता में पाकिस्तान ठोस प्रगति चाहेगा। 


उन्होंने कहा, ‘‘हां, मुझे आशा है कि पाकिस्तान ठोस प्रगति चाहेगा।’’ यहां पाकिस्तान उच्चायोग द्वारा ईद मिलन समारोह में कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को न्योता दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘‘वह यह नहीं कह सकते कि हुरिर्यत से निपटने में वे क्या रूख अपनाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज पाकिस्तान ने हुर्रियत को न्योता दिया है। इससे पहले उन्होंने इसे रद्द कर दिया था।’’ 


इससे पहले उच्चायोग का कार्यक्रम चार जुलाई को होने वाला था लेकिन बाद में इसे 21 जुलाई के लिए टाल दिया गया। वहीं, पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि कराची में हुई मौतों को लेकर इसे टाल दिया गया लेकिन यहां कई लोगों को लगता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नवाज शरीफ के बीच रूसी शहर उफा में हुई बातचीत में किसी तरह के व्यवधान से बचने के लिए पाकिस्तान ने इस कार्यक्रम को आगे बढ़ा दिया था। यह पूछे जाने पर कि वार्ता के अलावा क्या कोई और विकल्प है, पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं आपसे सहमत हूं। हमें एक दूसरे से बात करनी होगी।’’

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