खानदान में पहली बेटी हुई तो हैवान बना पत्नी (देखें तस्वीरें)

Sunday, Jul 12, 2015 - 12:49 PM (IST)

जोधपुर: ''सेल्फी विद डॉटर'' और डॉटर्स नेमप्लेट जैसे अभियानों एवं ''बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ'' के नारों के बीच जोधपुर की एक 8 वर्षीय मासूम को पिता से ही जान का खतरा है। इतना ही नहीं पुलिस मासूम के परिजनों को सुरक्षा देने की बजाय सावधान रहने की चेतावनी दे रही है। वहीं पुलिस के इस रवैये ने नाना-नानी के पास रह रही मासूम नेहा का स्कूल जाना, घर से बाहर निकलना, खेलना-कूदना सब बंद कर दिया है।


आपको बता दें कि नेहा की 8वीं में पढ़ने वाली मौसी अक्षिता भी अब घर की चारदीवारी में कैद हो गई है। बताया जा रहा है कि पत्नी को मारने के बाद मासूम बच्ची का पिता गोविंद एक महीने से फरार है, लेकिन पुलिस को उसका अभी तक सुराग नहीं मिला है, उलटा अपनी कमजोरी छिपाने के लिए वह हत्या की चश्मदीद मासूम नेहा पर हमले की आशंका परिजनों से जता रही है। 


जानकारी के मुताबिक नेहा के नाना अमरसिंह ने बताया कि आसाम निवासी गोविंद कई सालों से जोधपुर में रह रहा था। 2006 में उन्होंने अपनी बेटी रिंकी की शादी उससे कर दी थी। वे दोनों नेहरू कॉलोनी में किराए पर रहने लगे। गोविंद सी रोड स्थित एक थ्रीस्टार होटल में वेटर का काम करता था। लेकिन शादी के कुछ समय बाद गोविंद अपनी पत्नी रिंकी पर शक करने लगा। जब उसकी पत्नी ने बच्ची को जन्म दिया तो वह गुस्से में पागल हो गया। वह कहता था कि हमारे खानदान में किसी के बेटी नहीं हुई तो मेरे बेटी कैसे हो सकती है। जब वह इसेे लेकर रिंकी पर शक करने लगा और उसे प्रताड़ित कर मारने-पीटने लगा।


गोविंद ने इसी 9 जून की रात बेटी नेहा के सामने ही अपनी पत्नी रिंकी का गला घोंट कर उसकी हत्या कर फरार हो गया। अमरसिंह ने बताया कि उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज भी करवाया। लेकिन अब भी वह थाने के चक्कर लगा रहे हैं, पुलिस को गोविंद के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। हालांकि पुलिस ने उनके परिजनों को यह जरूर कहा कि- गोविंद नेहा को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए उसे घर से बाहर न भेजा जाए। 

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