PM मोदी, नवाज शरीफ और ‘धमकी’

Thursday, Jul 09, 2015 - 03:03 PM (IST)

उफा (रूस): नवंबर में काठमांडो में दक्षेस सम्मेलन के बाद एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ आमने सामने होने जा रहे हैं। दोनों एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर 10 जुलाई को सुबह मुलाकात करेंगे। लेकिन जानकारों का मानना है कि धमकियों के इस दौर में दोनों देशों के बीच वार्ता शुरू करने को लेकर सहमति बन पाना कठिन होगा। हाल ही में पाकिस्तान ने एक बार फिर जहर उगलते हुए भारत के खिलाफ पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि देश की सुरक्षा के लिए परमाणु अस्त्र (न्यूक्लियर वेपन) भी है जिनका उपयोग देश के लिए संकट की स्थिति में किया जा सकता है। जिसका जवाब देते हुए भारतीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि भारत अपनी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है।
 
नवाज शरीफ ने की मोदी की तारीफ
नवाज शरीफ ने पीएम मोदी से भूकंप से भारत में होने वाले जान-माल के नुकसान पर अपनी संवेदना व्यक्त की थी और साथ ही भूकंप से प्रभावित नेपाल की मदद के लिए भारत क प्रशंसा भी क थी।
 
मोदी ने किया नवाज शरीफ को फोन
पीएम मोदी ने रमजान के पवित्र महीने की शुरूआत में पाक पीएम शरीफ को फोन किया था और शांतिपूर्ण द्विपक्षीय संबंध की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्हें बधाई दी थी। इस बातचीत के दौरान मोदी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष को जेलों में बंद पाकिस्तानी मछुआरों को रमजान के मौके पर रिहा करने के भारत के फैसले से भी अवगत कराया था। इस फोन को पाकिस्तान से संपर्क करने की एक कोशिश के रूप में देखा गया था क्योंकि उससे पहले दोनों देशों के नेता बांग्लादेश में मोदी की पाकिस्तान के संबंध में तीखी टिप्पणी और म्यांमा में भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद तीक्ष्ण वाक्युद्ध में उलझ गए थे।
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