दाऊद पर गर्म महाराष्ट्र की राजनीति

Wednesday, Jul 08, 2015 - 03:14 AM (IST)

मुंबईः मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। शिवसेना ने अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा के साथ एनसीपी प्रमुख शरद पवार और पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी को घेरने की कवायद की है।


इसके साथ ही शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को सलाह दी है कि जिस तरह से अमेरिका ने लादेन को पाकिस्तान में मार गिराया था उसी तरह से दाऊद का भी पाकिस्तान में सफाया किया जाए। शिवसेना के ताजा हमले के बाद उधर कोल्हापुर में पवार ने एक बार फिर सफाई दी कि देशद्रोही दाऊद को उसकी शर्तों पर देश वापसी की इजाजत न देना उनका फैसला सही था।


गौरतलब है कि पूर्व कानून मंत्री जेठमलानी ने यह कहकर राजनीतिक हलचल बढ़ा दी कि उन्होंने दाऊद के देश लौटने का प्रस्ताव महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री पवार के सामने रखा था। लेकिन पवार ने उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। इसके बाद पवार ने अपने फैसले को सही ठहराते हुए कहा था कि देशद्रोही दाऊद को उसकी शर्तों पर कैसे आने की इजाजत दी जाती। वह गुनहगार है और उसे कानून के शिकंजे में रहना ही पड़ेगा।


पवार की सफाई के बाद शिवसेना ने भाजपा पर भी जमकर हमला बोला है। मंगलवार को शिवसेना के मुखपत्र सामना के सम्पादकीय में लिखा गया है कि जिस तरह से दाऊद को लेकर बयानबाजी होती रही है उससे दाऊद को गौरवांवित ही किया जा रहा है। शिवसेना का कहना है कि महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री दिवंगत गोपीनाथ मुंडे बयान देते थे कि वह दाऊद को पाकिस्तान से घसीटते हुए लाएंगे। लेकिन उन्होंने बयानबाजी के अलावा कुछ नहीं किया। इसी तरह की बात मोदी सरकार में भी की गई।


शिवसेना ने कहा कि जेठमलानी तो कानून के विद्वान हैं और फिर भी उन्होंने पवार के सामने दाऊद की वापसी का प्रस्ताव रखा था। भाजपा की बयानबाजी के नाटक पर शिवसेना ने कठोर लहजे में कहा है कि अगर दाऊद को नहीं ला सकते तो उस पर चर्चा करना बंद किया जाए।
 
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