कल धरती से और दूर चला जाएगा सूर्य

Sunday, Jul 05, 2015 - 08:49 PM (IST)

वड़ोदरा: सूर्य सोमवार को पृथ्वी से सर्वाधिक दूर होगा। यह बात वड़ोदरा स्थित गुरुदेव वेधशाला के खगोलशास्त्री दिव्यदर्शन डी. पुरोहित ने रविवार को कही। पुरोहित ने बताया कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर लंबगोल/अंडाकार पथ पर चक्कर काटती है। लंबगोल घूमने वाली चीज अपने केंद्र से परिक्रमा पथ पर एक बार दूर जाती है तो एक बार नजदीक आती है। इसी कारण पृथ्वी साल में एक बार सूर्य से सबसे करीब और एक बार सबसे दूर जाती है।
 
पुरोहित के अनुसार, ‘‘पृथ्वी सोमवार यानी छह जुलाई, 2015 को सूर्य से अत्यंत दूर चली जाएगी। भारतीय समयानुसार आधी रात बाद 1.10 बजे वह सबसे दूर होगी, और उस समय उसकी सूर्य से दूरी 15.20 करोड़ किलोमीटर होगी। अगले वर्ष पृथ्वी सूर्य से अत्यंत नजदीक होगी, तब सूर्य से उसकी दूरी 14.70 करोड़ किलोमीटर होगी।’’ 
 
इस हिसाब से दो जनवरी, 2016 को सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर आठ मिनट और 10.7 सेकंड में पहुंचेगा, जबकि सोमवार को सूर्य का प्रकाश आठ मिनट और 27.4 सेकंड में धरती पर पहुंचेगा। यानी लगभग 20 सेकंड देरी से पहुंचेगा। उस दिन सूर्य खगोल विज्ञान के अनुसार मिथुन राशि में होगा।
 
पुरोहित ने कहा, ‘‘इस घटना का ऋतु से कोई सम्बन्ध नहीं है। यह घटना पृथ्वी के झुकाव की वजह से घटती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मजेदार बात यह है कि सूर्य सबसे दूर होने पर भी हमारे उत्तरी गोलार्ध में गर्मी की मौसम चल रहा है। इससे भी आश्चर्यजनक बात यह है कि पृथ्वी जब दो जनवरी, 2016 को सूर्य से नजदीक होगी, तो उसके हिसाब से छह जुलाई को जब पृथ्वी सूर्य से दूर होगी, तब उसका तापमान 2.& डिग्री सेल्सियस ज्यादा होगा।’’
पुरोहित के अनुसार, यह केवल खगोलीय पिंडो की गति का चमत्कार है, और इससे देश, काल, जीव सृिष्ट का कोई भी अशुभ नहीं होता है। उन्होंने कहा, ‘‘इसे वैज्ञानिक नजरिए से देखें, अनुभव करें और अपने ब‘चों को इस अनमोल कुदरती करिश्मे की जानकारी दें। भूल से भी सूर्य को खुली आंखों से या दूरबीन से न देखें।’’
 
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