अखिलेश ने सामाजिक आर्थिक जनगणना रिपोर्ट पर जताई चिंता

Saturday, Jul 04, 2015 - 03:21 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि देश में आम आदमी की स्थिति अच्छी नहीं है और सरकार को लोगों का जीवन स्तर बढ़ाने के लिए ज्यादा काम करना चाहिए। यादव ने आज यहां कहा ‘सामाजिक आर्थिक जनगणना की आज मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट देश की वास्तविक तस्वीर को उजागर करती है। इसमें आम आदमी विशेषकर ग्रामीणों की खराब स्थिति का पता चलता है। ग्रामीण क्षेत्रों में महिला स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने के साथ 24 किसान सेवा रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के बाद में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष यादव ने कहा कि गांव देहात में बसे लोगों के लिए अभी काफी कुछ किया जाना है। 

जनगणना रिपोर्ट इस क्षेत्र की खराब तस्वीर उजागर करती है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार सूबे के ग्रामीण अंचल में बसे लोगों की भलाई के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और राज्य में यह साल किसान वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने ई गवर्नेन्स को मजबूत बनाने के लिए ई-मेल पर शासनादेश उपलब्ध कराने की अभिनव पहल की है। राज्य सरकार द्वारा अब तक 22217 शासनादेश प्रदेश की वेबसाइट पर अपलोड किये गये हैं और 75 लाख लोगों ने इनको देखा अथवा डाउनलोड किया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में खाद बीज तथा खेती से जुड़े अन्य संसाधनों की कोई कमी नहीं है। राज्य सरकार अब महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय मदद भी दे रही है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पेंशन पत्रिका से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की स्थिति बेहतर बनाने की दिशा में मदद मिली है जबकि एक्सप्रेस वे के किनारे मंडी बनाने और डेयरियों को बढ़ावा देने से राज्य में रोजगार के अवसर बढ़े हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की एक योजना के तहत 11 महिला स्वयं सहायता समूहों को ट्रैक्टरों की चाबी सौंपी। 
 
इस योजना के तहत यह समूह 10 लाख रुपये तक के कृषि उपकरण रख सकते हैं और इसमें से आठ लाख रुपये की राशि प्रदेश सरकार द्वारा दी जाती है। समूह द्वारा इन उपकरणों का उपयोग अथवा उनको किराए पर दिया जा सकता है। समारोह को अन्य लोगों के अलावा प्रदेश के कृषि राज्य मंत्री राजीव कुमार सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त आनंद मिश्र ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में 31 जिलों के 78 ब्लाकों में 300 महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जायेगा। 
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