पति ने कहा, और वो बन गईं मिसेज इंडिया

Tuesday, Jun 30, 2015 - 05:20 PM (IST)

जबलपुर: मिसेज इंडिया का खिताब जीतने वाली तनुश्री पांडे पदगावकर ने कभी नहीं सोचा था कि शादी के बाद उसे ऐसी कामयाबी मिलेगी। लेकिन सास-ससुर और पति के सपोर्ट से उसे आज इस मुकाम तक आने का मौका मिला। पढ़ाई के कारण कभी इस शौक को पूरा करने का वक्त नहीं मिला। लेकिन ससुराल वालों की सपोर्ट से आज मेरा सपना पूरा हो गया। 

बता दें कि मुंबई में 28 जून को 18 प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए तनुश्री ने ग्लैडरेग्ज मिसेज इंडिया का खिताब जीता है। शहर में पली बढ़ी तनुश्री पाण्डे पदगांवकर ने मिसेज इंडिया का खिताब जीतकर शहर को गौरवान्वित किया है। अपनी स्कूली शिक्षा और एमबीबीएस जबलपुर से करने वाली तनुश्री पाण्डे की शादी पिछले साल मुंबई में डॉ.तनय पदगांवकर के साथ हुई। एक डॉक्टर होते हुए उन्होंने मॉडलिंग में अपना लक आजमाया और मुंबई में मिसेज इंडिया का खिताब जीत लिया।

तुनश्री अपनी इस उपलब्धि के लिए अपनी मां और पति को श्रेय देती है। उन्होंने बताया कि जब वे 11 साल की थी तभी पापा गुजर गए। माता-पिता दोनों का ही प्यार उन्हें मां शुभदा पाण्डे ने दिया। और उन्हें एक डॉक्टर बनाया। पति तनय ने मुझे ये अहसास कराया कि मैं एक डॉक्टर बन सकती हूं तो फिर मिसेज इंडिया क्यों नहीं? प्रोफेशनल मॉडल्स को देखकर स्टार्टिंग में बेहद डर गई।

फिर कैमरे को फेस करना, वॉक, कैसे खड़े होना, बात कैसे करना 3 महीने की ट्रेनिंग में सब कुछ एक बच्चे की तरह सीखती रही। मॉडलिंग फील्ड से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं था। रात में 3-3 बजे तक ट्रेनिंग ली और जीत हासिल की।

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