पत्रकार जगेंद्र हत्याकांड: सुप्रीम कोर्ट ने भेजा केंद्र व राज्य सरकार को नोटिस

Monday, Jun 22, 2015 - 02:43 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में पत्रकार जगेंद्र सिंह को जिंदा जलाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी और केंद्र सरकार से दो हफ्ते के भीतर जवाब मांगा है। इस मामले की सीबीआई जांच कराने को लेकर एक अर्ची पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस भेजा है।
 
दिल्ली के पत्रकार सतीश जैन की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस एम वाई इकबाल और जस्टिस अरुण मिश्रा की पीठ ने केंद्र और अन्य पक्षों से दो सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा। इस याचिका में पत्रकार के हत्या के मामले की जांच अदालत की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग की गई है। जगेंद्र को बीते एक जून को शाहजहांपुर में सदर बाजार के आवास विकास कालोनी स्थित उनके घर पर पुलिस की छापेमारी के दौरान कथित तौर पर आग लगा दी गई थी और आठ जून को उनकी मौत हो गई थी। 
 
पत्रकार जगेन्द्र के बेटे रघुवेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा और पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। परिवार के सदस्यों के अनुसार जगेंद्र ने वर्मा के खिलाफ अवैद्य खनन एवं जमीन हडपने में उनकी संलिप्तता को लेकर फेसबुक पर कुछ पोस्ट किया था। जिसके बाद मंत्री ने उनके घर पुलिस भेजी और फिर उनको मिट्टी का तेल छिडकर आग लगा दी गई। इस मामले में आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 120 बी (आपराधिक साजिश), 504 (इरादतन शांति भंग करने का प्रयास) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। 
 
गौरतलब है कि इलाहाबाद उच्च कोर्ट ने बीते 16 जून को ''वी द पीपुल'' नामक एनजीओ की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को एक सप्ताह के भीतर इस मामले पर स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने तथा 24 जून तक जांच स्थिति के बारे में सूचित करने का निर्देश दिया था ।

सीएम अखिलेश से मिला जगेंद्र का परिवार-
पत्रकार जगेंद्र सिंह को जिंदा जलाने के मामले में न्याय की मांग को लेकर पूरा परिवार पिछले एक हफ्ते से धरने पर बैठा है। सोमवार को जगेंद्र के परिवार के कुछ लोगों ने सीएम अखिलेश यादव से लखनऊ में उनके आवास पर मुलाकात की। बसपा के एमएलसी जयेश प्रसाद भी उनके साथ रहे।
 
फोरेंसिक जांच की प्राइमरी रिपोर्ट चौकाने वाली-
इस बीच, पत्रकार मौत मामले में फोरेंसिक रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, पत्रकार के शरीर के जख्म खुद से दिए गए लग रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, फोरेंसिक डॉक्टरों ने जगेंद्र के कपड़ों की जांच की है। इसमें सिर्फ जिगेंद्र के हाथ के निशान मिले हैं। इसके आधार पर प्राथमिक तौर पर जगेंद्र के खुद से आग लगाने की पुष्टि हो रही है। इससे पहले जिला अस्पताल के डॉक्टर ने भी अपनी रिपोर्ट में जगेंद्र के खुद से आग लगाने की आशंका जताई थी।
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