‘पुलिस चाहती तो तुम्हारे पिता को कस्टडी में जला सकती थी’

Sunday, Jun 14, 2015 - 05:44 PM (IST)

बरेली: उत्तर प्रदेश में पत्रकार जगेंद्र सिंह की हत्या के बाद उनके परिवार को ढांढस बंधाने गए एक पूर्व सांसद और समाजवादी पार्टी के नेता पर उनके परिजनों को चुप रहने की धमकी देने का आरोप लगा है। जहां इस घटना के खिलाफ पूरे देश में रोष है, वहीं ऐसी बात सामने आना बेहद शर्मनाक है। इस घटना के बाद यूपी सरकार मजबूर दिख रही है और शायद इसी के चलते उन्होंने दो अधिकारियों समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।

बताया जा रहा है कि जगेंद्र की पत्नी और बच्चों से मिलने के लिए शनिवार को शाहजहांपुर स्थित उनके घर गए एसपी नेता मिथिलेश कुमार के बारे में परिजनों ने बताया कि मिथिलेश ने कहा, मंत्री ऐसा काम नहीं कर सकते। अगर पुलिस चाहती तो वह तुम्हारे पिता को उनके घर की जगह पुलिस स्टेशन में ही जला सकती थी। इस बात से नाराज स्थानीय लोगों ने नेता के खिलाफ नारे लगाए और उन्हें वहां से भागने पर मजबूर कर दिया।

हालांकि मिथिलेश ने इन आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि वह वहां शोक संतप्त परिवार को अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए गए थे लेकिन वहां मौजूद कुछ स्थानीय बीजेपी नेताओं ने लोगों को उकसाया। वह कैसे यह मान सकता हैं कि मंत्री दोषी हैं जबकि वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे। गौरतलब है कि जगेंद्र सिंह को 1 जून को कथित तौर पर उनके शाहजहांपुर स्थित घर पर पुलिस की एक रेड मारने वाली टीम द्वारा जला दिया गया था, जिसके एक हफ्ते बाद उनकी मौत हो गई। सिंह के परिवार का आरोप है कि ये पुलिसवाले अखिलेश सरकार के एक मंत्री राम मूर्ति वर्मा द्वारा भेजे गए थे। सोशल मीडिया पर इस मंत्री के खिलाफ जगेंद्र ने निरंतर अभियान चलाया था।

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