अनुच्छेद 370 देश की एकता में सांस्कृतिक, मनोवैज्ञानिक अवरोध था : तेजस्वी सूर्या

Monday, Jul 25, 2022 - 11:14 PM (IST)

श्रीनगर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता तेजस्वी सूर्या ने सोमवार को यहां कहा कि अनुच्छेद 370 भारत के साथ जम्मू कश्मीर के पूर्ण एकीकरण की राह में न केवल संवैधानिक, बल्कि सांस्कृतिक और मनोवैज्ञानिक अवरोध भी था।

गौरतलब है कि केंद्र ने अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 रद्द कर दिया था, जिसके तहत पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा हासिल था।

भाजपा की युवा इकाई के अध्यक्ष सूर्या यहां लाल चौक से कारगिल युद्ध स्मारक तक पहली तिरंगा बाइक रैली को हरी झंडी दिखाने आए थे।

सूर्या ने ऐतिहासिक 'घंटा घर' में कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद कश्मीर में विकास हुआ है और घाटी में आतंकवाद अब खत्म हो चुका है।

उन्होंने कहा, " हर दिन आतंकवादी हमलों, पथराव, हुर्रियत द्वारा जारी कलेंडर के बारे में पढ़ते और सुनते थे, लेकिन आज यही कश्मीर अपनी पनबिजली परियोजनाओं, नए एक्सप्रेसवे, आईआईटी, एम्स, आईआईएम, नए केंद्रीय विश्वविद्यालयों और विकास की नयी पहलों के लिए जाना जाता है। यह इसलिए हो रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया।"

भाजपा नेता ने कहा कि अनुच्छेद 370 एक सांस्कृतिक और मनोवैज्ञानिक अवरोध था," जिसने हमें 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की संवैधानिक दृष्टि को पूरा करने नहीं दिया।"

बेंगलुरु दक्षिण से सांसद सूर्या ने यह भी दावा किया कि अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के कारण केंद्र शासित प्रदेश में महिलाएं और आरक्षित श्रेणी के लोग सशक्त हुए।

सूर्या ने देशभर के युवा उद्योगपतियों, उद्यमियों, निवेशकों और दूरदर्शियों से कश्मीर में निवेश करने की भी अपील की। उन्होंने कहा, "कश्मीर में नए उद्योग शुरू होने चाहिए। कश्मीर में नए कॉलेज, मेडिकल स्कूल, स्टार्टअप स्थापित किए जाने चाहिए।"

उन्होंने अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों का जिक्र करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद दो परिवारों का शासन खत्म हो गया है।

भाजपा नेता ने घाटी में आतंकवादियों द्वारा मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पाकिस्तान प्रायोजित तत्व कश्मीर में लोकतंत्र को बर्बाद करने के लिए भाजपा के युवा कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं।


 

Monika Jamwal

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