धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में न एक गोली चली, न एक जान गई- अमित शाह

Saturday, Oct 26, 2019 - 05:54 PM (IST)

अहमदाबादः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को फिर कहा कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ‘‘कश्मीर में एक भी गोली नहीं चलाई गई और न ही किसी की मौत होने की कोई सूचना है।'' जम्मू एवं कश्मीर पुनर्गठन कानून, 2019 के प्रभावी होने में अब एक सप्ताह से भी कम समय रह गया है। शाह ने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस कदम के कारण आतंकवादियों को अपने अंतिम दिनों की गिनती शुरू करनी पड़ी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको आश्वासन देना चाहूंगा कि (अनुच्छेद) 370 और 35 (ए) के हटाने से कश्मीर के विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है। और इसके साथ ही कश्मीर में आतंकवादियों ने अपने अंतिम दिन गिनने शुरू कर दिए हैं।''

शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस नेताओं ने संसद में कहा था कि खून-खराबा होगा। मैं उन्हें बताना चाहूंगा, ऐसा कुछ नहीं हुआ है। न तो कोई गोली चलाई गयी और न ही किसी मौत की सूचना है। कश्मीर शांति से विकास के रास्ते पर है।'' उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35 (ए) हटाने से कश्मीर का हमेशा के लिए भारत के साथ विलय में मदद मिली और यह कदम भारत के पहले गृह मंत्री दिवंगत सरदार पटेल के सपने को पूरा करने का एक तरीका है।

शाह ने कहा कि सरदार पटेल ने देसी रियासतों को भारत में विलय किया, लेकिन कश्मीर छूट गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में उस सपने को पूरा करने के लिए इन अनुच्छेदों को रद्द कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘पांच और छह अगस्त को, नरेंद्र भाई ने अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटा दिया और कश्मीर को हमेशा के लिए भारत में विलय कर दिया।''

शाह ने दावा किया कि गुजरात के केवडिया में 182 मीटर ऊंची ‘‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी'' प्रतिमा भारत के ‘‘लौह पुरुष के 70 वर्षों के अपमान'' को दुरूस्त करने का एक तरीका है। उन्होंने कहा, ‘‘जब कोई व्यक्ति केवडिया में सरदार पटेल की प्रतिमा को देखता है तो उसे पता चलता है कि 70 साल से सरदार साहब को मिले अपमान को किस तरह ब्याज के साथ वापस किया गया। आज स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देश का एक ऐसा स्थान बन गया है, जहां सबसे अधिक संख्या में पर्यटक आते हैं।'' शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एकता की शपथ दिलाने के लिए फिर स्मारक का दौरा करेंगे।

पाकिस्तान समर्थित आतंकी शिविरों के खिलाफ सर्जिकल और हवाई हमलों के लिए प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए भाजपा प्रमुख ने कहा कि ये कदम उन जवानों का बदला लेने के लिए थे जो देश की सीमाओं की रक्षा के साथ साथ आतंकियों की गोलियों के शिकार को गए थे। शाह ने जोर दिया कि मोदी ने दुनिया को ‘‘भारतीय प्रधानमंत्री की राय'' के महत्व का एहसास कराया।

 

Yaspal

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