जम्मू कश्मीर: गिलगित-बल्तिस्तान को लेकर मोदी सरकार पर गुमारह करने का आरोप

Thursday, Jun 11, 2015 - 11:39 AM (IST)

जम्मू कश्मीर:नेशनल पैंथर्स पार्टी के मुख्य संरक्षक प्रो. भीम सिंह ने मोदी सरकार पर तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि गिलगित-बल्तिस्तान के विषय में मोदी सरकार देशवासियों को गुमराह कर रही है। सरकार गिलगित-बल्तिस्तान के सही हालात के बारे में जानकारी नहीं रखती या देशवासियों को गुमराह कर रही है।

उन्होंने कहा कि गिलगित-बल्तिस्तान जम्मू-कश्मीर का एक संवैधानिक रूप से अभिन्न अंग है, जिसे पाकिस्तान ने 1948 में राष्ट्रसंघ प्रस्ताव की अवहेलना करके अपनी सेना द्वारा हथिया लिया। यह राष्ट्रसंघ प्रस्ताव 13 अगस्त, 1948 के खिलाफ था, इसका कौन जिम्मेदार है, यह इतिहासकार ही बताएंगे और जिसका वर्णन प्रो. भीमसिंह की पुस्तक, ‘ब्लंड्र्स एंड वे आऊट‘ में किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके बाद पाकिस्तान ने इसी क्षेत्र में काराकोरम मार्ग को 1963 में चीन को 99 सालों के लिए पट्टे पर दे दिया था, यह भी राष्ट्रसंघ प्रस्ताव के खिलाफ था।

पैंथर्स पार्टी के सुप्रीमो ने कहा कि अफसोस इस बात का है कि भारत सरकार 1948 में भी खामोश रही और 1963 में भी पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के जिला चित्राल, जिसे डोगरा सेना और जनरल बाजसिंह के नेतृत्व में 1850 और 1856 के बीच जम्मू-कश्मीर सीमाओं से जोड़ दिया था। चित्राल को पाकिस्तान ने 1962 में ही पाकिस्तान का एक जिला घोषित कर दिया था, परन्तु भारत सरकार और पूरा नेतृत्व खामोश रहा। उन्होंने कहा कि आज भी 20000 वर्गमील भूमि लद्दाख से चीन ने अपने गैरकानूनी कब्जे में ले रखी है, जिसका उल्लेख भारत किसी भी मंच पर करने में असफल रहा या जानकर इसे नजरअंदाज कर दिया गया।

पाकिस्तान ने 29 नवम्बर, 2009 को एक अध्यादेश जारी करके पूरे गिलगित-बल्तिस्तान, जिसका क्षेत्र 32000 वर्गमील भूमि है को पाकिस्तान का छठा प्रांत घोषित कर दिया। भारत सरकार और भारत के सभी नेता खामोश रहे, केवल पैंथर्स पार्टी ने इसका विरोध सडक़ों से अदालतों तक किया। भारत का मीडिया हो या नेतृत्व या सरकारें खामोश होकर तमाशा देखते रहे। पाकिस्तान ने गिलगित-बल्तिस्तान को अपना छठा प्रांत घोषित करके 2010 में प्रांतीय सरकार के 24 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव करवाए और सरकार बनायी। वहां के मुख्यमंत्री से प्रो. भीमसिंह की 2014 में इस्लामाबाद में मुलाकात भी हुई और उन्होंने अपनी नवीनतम् पुस्तक, ‘अनबिलिवेबल, दिल्ली टू इस्लामाबाद‘ जिसका विमोचन भारत के उपराष्ट्रपति ने 8 मई, 2015 को किया था।

अन्तर्राष्ट्रीय पैमाने पर काूननविद्, जम्मू-कश्मीर मामलों के विशेषज्ञ एवं पैंथर्स पार्टी के सुप्रीमो ने अपने एक वक्तव्य में भारत सरकार और राजनीतिज्ञों को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि वे भारत की भोलीभाली जनता को असली बात बताएं कि वे गिलगित-बल्तिस्तान के बारे में खामोश क्यों रहे और आज भी भारत के लोगों के सामने असलियत क्यों नहीं लाते। प्रो. भीमसिंह ने कहा कि जिस राष्ट्रसंघ के प्रस्ताव का उल्लेख पाकिस्तान ढोल बजाकर दुनिया को दिखाता है और जिसके बारे में मुस्लिम देशों ने ओआईसी पिछले दिनों कुवैत में एक प्रस्ताव द्वारा भारत की आलोचना करते हुए राष्ट्रसंघ के प्रस्तावों को लागू करने के लिए जोर दिया था, उन्हीं प्रस्तावों की पाकिस्तान 60 वर्षों से लगातार उल्लंघन करता आया है।
 

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