कम होगी बारिश, सूखे से निपटने के लिए सरकार तैयार

Tuesday, Jun 02, 2015 - 07:47 PM (IST)

 नयी दिल्लीः तय तिथि को केरल तट पर मानसून पहुंचने की उम्मीद पर पानी फिर गया है। अब माना जा रहा है कि मानसून 5 जून तक केरल तट पर पहुंचेगा। वहीं केद्रीय विज्ञान एवं तकनीक मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि इस साल बारिश भी सामान्य से 5 फीसद कम हो सकती है। 



केंद्रीय मंत्री के मुताबिक मानसून के देरी से आने और कम बारिश होने का ज्यादा असर उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों पर पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि इसका ज्यादा असर दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान जैसे प्रदेशों पर पड़ सकता है।


अलनीनो के कारण मानसून के कमजोर रहने की भविष्‍यवाणी मौसम विभाग पहले ही कर चुका है। अब मानसून की देरी से यह खतरा और बढ़ गया है.इससे पहले केरल में मानसून के तीन जून तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया था। पिछले साल छह जून को मानसून केरल पहुंचा था। 


इस बीच उत्तर भारत में धूल भरी आधी चलने हल्की बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। यह दौर अगले दो दिनों तक जारी रहने की संभावना व्यक्त की गई है।


मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में पिछले चार दिनों से ठिठका मानसून फिर सक्रिय होने को है। लक्ष्द्वीप की तरफ बारिश शुरू हो गई है और अगले दो-तीन दिनों में इसमें तेजी आने की संभावना है।
मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड में अगले दो दिनों के दौरान दिन के तापमान में दो डग्रिी तक की गिरावट आ सकती है. इसकी वजह धूल भरी आंधियां एवं हल्की बारिश होगी। सोमवार को भी आंधी और बारिश से तापमान गिरा जिससे कई इलाकों में लू का प्रकोप घटा है।
 
 
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