मुस्लिम युवा को जॉब अॉफर अडानी का पब्लिसिटी स्टंटः शिवसेना

Tuesday, Jun 02, 2015 - 02:59 PM (IST)

मुंबईः शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में अब अडानी पर निशाना साधा है। कंपनी ने जिस युवा को यह अॉफर दिया है, वह वही युवा है जिसे एक डायमंड बनाने वाली कंपनी ने इसलिए नौकरी नहीं दी थी क्योंकि वह मुस्लिम है।


सामना के लेख में कहा गया है कि अॉफर देकर अडानी ने अपना प्रचार किया है। हालांकि इस लेख में यह भी कहा गया है कि युवा जेशान खान को नौकरी नहीं देकर हीरे की कंपनी ने तो गलती की ही और अडानी ने नौकरी देकर प्रचार पाना चाहा है।



इस लेख में कहा गया है कि धर्म के नाम पर अगर युवा को नौकरी नहीं दी गई तो यह कहीं से भी सही नहीं है। हालांकि अडानी के लिए प्रचार पाने का यह अच्छा मौका रहा और कंपनी ने जेशान को नौकरी भी दी। गौरतलब है कि जेशान एक एमबीए ग्रैजुएट है और उसे नौकरी की तलाश थी। साथ ही अडानी नरेंद्र मोदी के करीबी लोगों की कंपनी के रूप में जानी जाती है। शिवसेना ने कहा है कि धर्म के नाम पर आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए लेकिन धर्म के नाम पर किसी के साथ भेदभाव भी नहीं होना चाहिए।


हालांकि कंपनी ने कहा है कि वह युवा की क्षमता पर उसे जॉब का अॉफर दिया है लेकिन इस पर शिवसेना का कहना है कि अगर एेसा है तो देश में कई लाख एमबीए युवा नौकरी की तलाश में हैं। उल्लेखनीय है कि जेशान को गौतम अडानी ग्रुप की नौकरी मिल गई है जिसे उसने स्वीकार कर लिया है।


इसके अलावा उसे बारह अन्य जॉब अॉफर भी मिले। अन्य को उसने इसलिए ठुकरा दिया कि वह सदभावना पर नौकरी नहीं करना चाहता। सबसे पहले उसने हरीकृष्णा एक्सपोर्ट में नौकरी के लिए आवेदन किया था लेकिन उसके आवेदन को कंपनी ने पंद्रह मिनट उसके आवेदन को मुस्लिम होने के नाम पर अस्वीकार कर दिया। उसने पूरे मामले को फेसबुक पर डाला और फिर कंपनी के खिलाफ सोशल मीडिया में एक अभियान ही शुरू हो गया था।
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