मोदी सरकार पर बरसे मनमोहन,बोले- मैं करप्ट नहीं

punjabkesari.in Wednesday, May 27, 2015 - 05:11 PM (IST)

नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मौजूदा मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने मोदी सरकार पर देश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया। इसके साथ ही सिंह ने भ्रष्टाचार को लेकर अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर सफाई दी  है। उन्होंने दो-टूक शब्दों में ट्राई के पूर्व चेयरमैन प्रदीप बैजल के आरोपों का खंडन किया और कहा कि मैंने अपने, परिवार या दोस्तों के फायदे के लिए कभी भी सरकारी पद का दुरुपयोग नहीं किया। इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार के दावों को खारिज करते हुए बताया कि बीजेपी सरकार अपनी सालगिरह के जश्न में पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के बारे में झूठा प्रचार कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी जनता का ध्यान गैर-जरूरी मुद्दे की ओर भटकाने के लिए भ्रष्टाचार की बीन बजा रही है।
 
गौरतलब है कि मंगलवार को मोदी सरकार के सालगिरह के जश्न के मौके पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर खूब आरोप लगाए थे। उधर पूर्व ट्राई चीफ प्रदीप बैजल ने भी अपनी किताब में आरोप लगाया था कि मनमोहन सिंह ने उन्हें 2जी केस में सहयोग न करने पर नुकसाने उठाने की बात कही थी।
 

मनमोहन ने बैजल को परिणाम भुगतने की दी थी चेतावनी

ट्राई के पूर्व प्रमुख और 2जी घोटाले में आरोपी प्रदीप बैजल ने मनमोहन सिंह पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। अपनी पुस्तक के जरिये बैजल ने पूर्व पीएम पर 2जी मामले को लेकर परिणाम भुगतने की चेतावनी देने का आरोप लगाया है।
 
बैजल अनुसार, "मनमोहन ने चेताया था कि अगर 2जी लाइसेंस मामले में सहयोग नहीं किया तो नुकसान पहंच सकता है।" पुस्तक के अनुसार पूर्व पीएम ने तत्कालीन दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन की बात मानने के लिए भी बैजल पर दबाव बनाया था।
 

मारन के कार्यकाल में शुरू हुआ घोटाला

 ट्राई प्रमुख बने बैजल ने आरोप लगाया है कि 2जी घोटाले की शुरुआत दयानिधि मारन के कार्यकाल में ही शुरू हो गई थी। पुस्तक में आगे लिखा गया है कि ट्राई प्रमुख ने एक प्रसारण कंपनी से जुड़े होने के कारण मारन को दूरसंचार मंत्री बनाने का विरोध किया था। 2007 तक ट्राई प्रमुख रहे बैजल के अनुसार, "एकीकृत लाइसेंसिंग प्रणाली की सिफारिश के बाद मेरी मुश्किलें बढ़ीं। मारन ने धमकाया कि पहले आओ, पहले लाइसेंस पाओ नीति की जगह यदि मैंने नई एकीकृत प्रणाली लागू की तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इस पर मैं पीएम से मिला तो उन्होंने भी मंत्री की बात मानने के लिए कहा। इसके बाद पहले मारन और बाद में ए राजा ने मेरी सिफारिशों को दरकिनार कर लाइसेंसों की बंदरबाट की।
 

तीसरा पुस्तक हमला

ध्यान रहे कि बैजल से पहले पूर्व पीएम के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू और पूर्व कोयला सचिव पीसी पारेख भी किताब लिखकर मनमोहन को कठघरे में खड़ा कर चुके हैं। प्रदीप बैजल ने कहा है कि उन्होंने अपनी किताब में जो भी लिखा है, वह सौ प्रतिशत सही है। आरोपों को साबित करने के लिए उनके पास पुख्ता सुबूत हैं।
 
बैजल ने कहा "अगर मैंने मारन और पूर्व पीएम का साथ दिया होता तो आज 2जी घोटाले के दोषी के रूप में जेल में बंद होता।"  
 
 

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